
देश के 1063 आवासीय विद्यालय और छात्रावास अब नेताजी सुभाष चंद्र बोस के नाम पर
कोलकाता। शिक्षा मंत्रालय ने नेताजी सुभाष चंद्र बोस के सम्मान में समग्र शिक्षा के तहत वित्त पोषित आवासीय विद्यालयों और छात्रावासों का नाम "सुभाष चंद्र बोस आवासीय विद्यालय/छात्रावास" के रूप में रखने का फैसला किया है। इससे इन विद्यालयों का जुड़ाव बच्चों के लिए प्रेरणा का काम करेगा। इसके अलावा शिक्षकों, कर्मचारियों और प्रशासन को भी उत्कृष्टता के उच्च मानकों को प्राप्त करने में सक्षम बनाएगा। वहीं इससे दुर्गम क्षेत्रों में स्थित इन आवासीय विद्यालयों और छात्रावासों की सुविधा के बारे में जागरूकता पैदा करने को लेकर सहायता मिलेगी। अब तक राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों के लिए कुल 1063 आवासीय सुविधाओं (383 आवासीय विद्यालयों और 680 छात्रावासों) को मंजूरी दी गई है।
समग्र शिक्षा के तहत शिक्षा मंत्रालय पहाड़ी, छोटे और कम आबादी वाले क्षेत्रों में आवासीय विद्यालयों और छात्रावासों को खोलने और इनका संचालन करने के लिए राज्यों एवं केंद्रशासित प्रदेशों को वित्तीय सहायता प्रदान करता है।
इसके अलावा आवासीय सुविधाएं कई समूहों से आने वाले बच्चों को भी दी जाती हैं। इनमेंबाल श्रम से छुड़ाए गए बच्चे,गरीब भूमिहीन परिवारों से आने वाले प्रवासी बच्चे,बिना व्यस्क संरक्षण वाले बच्चे, अपने परिवार से अलग, आंतरिक रूप से विस्थापित और सशस्त्र संघर्ष एवं प्राकृतिक आपदाओं से प्रभावित इलाकों के बच्चे शामिल हैं।
राज्य आवासीय विद्यालय/ छात्रावास
पश्चिम बंगाल 12/ 19
उत्तराखंड में 00/ 06
उत्तरप्रदेश 09/ 00
त्रिपुरा 04 / 14
तेलंगाना 33 /08
तमिलनाडु 13/08
सिक्किम 00/01
राजस्थान 07/34
पंजाब 00/05
ओडिशा 03/18
नागालैंड 07/11
मिजोरम 04/11
मणिपुर 09/08
महाराष्ट 03/08
मध्यप्रदेश 11/390
लद्दाख 00/02
केरल 00/06
कर्नाटक 05/00
झारखंड 25/16
हरियाणा 04/03
दिल्ली 00/03
छत्तीसगढ़ 67/ 39
बिहार 06 / 09
असम 03 / 01
अरुणाचल प्रदेश 155/ 54
आंध्र प्रदेश 03 / 14
Published on:
05 Feb 2021 10:00 pm
बड़ी खबरें
View Allकोलकाता
पश्चिम बंगाल
ट्रेंडिंग
