
Political proxy war against Adhikary's family: सौमेंदू को हटाने से अधिकारी परिवार में नाराजगी
शुभेन्दु के सांसद भाई दिव्येंदु अधिकारी ने फैसले को बताया दूर्भाग्यपूर्ण और अनुचित
कोलकाताः
तृणमूल कांग्रेस की सरकार ने भारतीय जनता पार्टी के नेता और पश्चिम बंगाल के पूर्व मंत्री शुभेंदु अधिकारी के भाई सौमेंदु अधिकारी को पूर्व मेदिनीपुर जिले के कांठी नगरपालिका के प्रशासक बोर्ड अध्यक्ष पद से हटाए जानेसे अधिकारी परिवार में नाराजगी है।
शुभेन्दु अधिकारी के एक अन्य भाई एवं तृणमूल सांसद दिव्येंदु अधिकारी ने इस फैसले को ‘‘दुर्भाग्यपूर्ण और अनुचित’’ बताया है। उन्होंने कहा कि वह कांठी नगरपालिका भवन से अब काम नहीं करेंगे, जहां उनका का कार्यालय है। अब तक वे वहीं से सांसद का काम करते थे। दिव्येंदु अधिकारी तामलुक लोकसभा क्षेत्र से तृणमूल कांग्रेस के सांसद हैं।
हालांकि उन्होंने तृणमूल कांग्रेस का ‘‘वफादार कार्यकर्ता’’ बने रहने का दावा किया और अपने भाई को उक्त पद से हटाए जाने का मुद्दा मुख्यमंत्री एवं पार्टी प्रमुख ममता बनर्जी के सामने उठाने की बात कही। उन्होंने कहा कि ममता बनर्जी उनकी नेता हैं। उन्हें उन पर पूरा भरोसा है। वे अपने भाई के उक्त पद से हटाए जाने के बारे में उनसे बात करेंगे।
उल्लेखनीय है कि तृणमूल कांग्रेस के कुछ स्थानीय नेताओं का आरोप है कि सौमेंदु अधिकारी पिछले दो महीने से पूर्व मेदिनीपुर में आयोजित पार्टी के राजनीतिक कार्यक्रमों में शामिल नहीं हुए थे और वह अपने भाई के जनसंपर्क कार्यक्रमों में मदद कर रहे थे।
शुभेंदु के पिता भी नाराज
तृणमूल कांग्रेस छोड़ भाजपा में शामिल हुए शुभेन्दु अअधिकारी के भाई दिव्येंदु के अलावा उनके पिता शिशिर अधिकारी तृणमूल कांग्रेस के सांसद हैं। सूत्रों के अनुसार सौमेंदु को हटाए जाने के फैसले से शिशिर अधिकारी भी नाराज हैं। पार्टी में पहले से दरकिनार कर दिया गया है। हालांकि उन्होंने अपने सांसद बेटे दिव्येंदु की तरह अपनी नारजी जाहिर नहीं की है।
राज्य के पूर्व परिवहन मंत्री शुभेंदु अधिकारी 19 दिसंबर को मेदिनीपुर में आयोजित केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की रैली में नौ विधायकों और एक सांसद के साथ भाजपा में शामिल हुए थे। उसके बाद उन्होंने कहा था कि उनके परिवार में भी कमल खिलेगा। कमल फूल भाजपा का चुनाव चिन्ह है।
Published on:
31 Dec 2020 10:14 am
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