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बाढ़ के कारण 28 अगस्त तक सिलीगुड़ी की ट्रेन सेवा बंद

उत्तर बंगाल के कई क्षेत्रों में बाढ़ के कारण आगामी 28 अगस्त तक सिलीगुड़ी रूट की कई ट्रेन रद्द कर दी गई है

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कोलकाता. उत्तर बंगाल के कई क्षेत्रों में बाढ़ के कारण आगामी 28 अगस्त तक सिलीगुड़ी रूट की कई ट्रेन रद्द कर दी गई है। उत्तर पूर्व रेलवे के ओर से बताया गया कि किसी भी रूप से सिलीगुड़ी के लिए टे्रन चलाना संभव नहीं है। बाढ़ के कारण स्थितियां बिगड़ती जा रही है।


महानगर के दोनों बड़े स्टेशनों सियालदह -हावड़ा से छूटने वाली कई टे्रनों को रद्द कर दी गई है। शनिवार को भी उत्तर पूर्वी बंगाल जाने वाली कई टे्रनें रद्द थी। रद्द की गई टे्रनों में सियालदह- न्यू कूचबिहार उत्तर बंग एक्सप्रेस, कोलकाता राधिकापुर एक्सप्रेस, सियालदह-अलीपुरदुआर कंचन कन्या एक्सप्रेस, सियालदह- सहरसा हाटे बाजारे एक्सप्रेस, सियालदह-न्यू जलपाईगुड़ी दार्जिलिंग मेल, -दार्जिलिंग मेल, सियालदह-अलीपुरदुआर पदातिक एक्सप्रेस. कोलकाता-डिब्रूगढ़ एक्सप्रेस, सियालदह डिब्रूगढ़ काम रूप एक्सप्रेस प्रमुख हैं।

बाढ़ पीडि़तों के लिए वरदान बनी इंटरसिटी
दक्षिण दिनाजपुर. बाढ़ के कारण जिले के बालुरघाट रेलवे स्टेशन में फंसा बालुरघाट-सिलीगुड़ी इंटरसिटी ट्रेन बाढ़ पीडि़तों के लिए वरदान साबित हो रहा है। बालुरघाट थाने के चकभृगु, जलघर, बोल्ला ग्राम पंचायत के सभी गांवों के हजारों लोगों ने रेलवे स्टेशन पर आश्रय लेकर अपनी जान बचाई। स्टेशन के चारों ओर बाढ़ का पानी जमने के बावजूद प्लेटफॉर्म तक पानी नहीं पहुंच पाया।


बाढ़ के कारण बेघर हुए गोङ्क्षवदपुर, बेलान, आंखियारपारा के करीब 700 लोगों ने 14 अगस्त से यहां फंसे सिलीगुड़ी इंटरसिटी ट्रेन में पनाह लेकर अपनी जान बचाई। इसके अलावा हजारों की संख्या में लोगों ने प्लेटफॉर्म पर आश्रय लेकर खुद को बचाया। इन लोगों ने बताया कि रेलवे की ओर से उनकी पूरी मदद की गई। पहले रेलवे प्रबंधन ने ट्रेन का दरवाजा खोलने से इंकार कर दिया, पर बाद में बाढ़ पीडि़तों की संख्या बढऩे से ट्रेन का दरवाजा खोल दिया गया।

सलीम ने की राष्ट्रीय आपदा घोषित करने की मांग की
रायगंज के सीपीएम सांसद मो. सलीन ने उत्तर बंगाल में आई बाढ़ की त्रासदी को राष्ट्रीय आपदा घोषित किए जाने की मांग की है। उन्होंने बाढ़ के कहर से जूझ रहे उत्तर बंगाल का दौरा नहीं करने को लेकर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की आलोचना की। सलीम ने कहा कि चुनाव के समय मुख्यमंत्री नायक-नायिकाओं के झुंड के साथ हेलीकॉप्टर से बंगाल के विभिन्न इलाके का दौरा करने में मशगुल रहती हैं। पर बाढ़ के कारण मुसीबतों से घिरे उत्तर बंगाल के लोगों का सुध लेने के लिए उनके पास समय नहीं है। उन्होंने आरोप लगाया कि बचाव कार्य के लिए एनडीआरएफ की टीम उतारे जाने के बावजूद प्रशासन के साथ सही तालमेल की कमी के कारण टीम सही समय पर गंतव्य तक नहीं पहुंची। राहत सामग्री नहीं मिलने से आक्रोशित लोग मजबूरन सरकारी गोदाम पर हमले को बाध्य हो गए।