
कोरबा . संचार क्रांति ने कई तरह के कार्यों को आसान बना दिया है और समय की बचत की है। यह एक तरह से वरदान है। इसके ठीक उल्टे विज्ञान की खोजों का गलत फायदा लेने वाले लोग भी पैदा हो रहे हैं। कोरबा पुलिस ने एक ऐसे आरोपी को भारतीय टेलीग्राम एक्ट के अंतर्गत गिरफ्तार किया है जो महज कुछ रूपए लेकर मोबाइल का वास्तविक आईएमईआई नंबर बदल देता था। इससे साईबर अपराध के मामले में छानबीन बाधित होती थी।
मामला कोरबा से जुड़ा हुआ है। इस मामले में पावर हाऊस रोड में विजय सेलकॉम नामक दुकान चलाने वाले 24 वर्षीय अनिल चंदानी निवासी रामसागरपारा को कोतवाली पुलिस ने इंडियन टेलीग्राम एक्ट 1885 की धारा 25 के तहत आरोपी नामजद किया है। वह किसी भी कंपनी के मोबाइल के निर्माण के समय फीड किए जाने वाले आईएमईआई नंबर को छेड़छाड़ कर बदल दिया करता था। यह गतिविधियां काफी समय से चल रही थी।
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किसी के जरिए पुलिस अधीक्षक मयंक श्रीवास्तव तक यह बात पहुंची। उन्होंने इसे गंभीरता से लिया और इसकी जांच के लिए कोतवाली पुलिस व क्राइम ब्रांच को जिम्मेदारी दी। उक्तानुसार एक व्यक्ति को बतौर ग्राहक बनाकर दुकान पर भेजा गया। संबंधित ने अपने मोबाइल का आईएमईआई नंबर बदलने की पेशकश की। दुकानदार ने उससे 250 रूपए लिए और रात्रि 8 बजे तक अपना सेट ले जाने को कहा। दुकानदार इस प्रक्रिया को वालकानो नामक चाईनीज सॉफ्टवेयर बॉक्स का उपयोग कर अपने कम्प्यूटर सेट से अंजाम दिया करता था।
संबंधित दिवस को पुलिस की टीम ने आरोपी को तब अपने कब्जे में लिया, जब वह ग्राहक को बदले हुए आईएमईआई नंबर के साथ मोबाइल सेट दे रहा था। उसने अब तक कई लोगों को यह अनुचित सुविधा का लाभ देने की बात पुलिस की पूछताछ में स्वीकार की है। मोबाइल के आईएमईआई नंबर से छेड़छाड़ किए जाने के अंतर्गत दर्ज किया गया और कम्प्यूटर सेट एवं वालकानो बॉक्स सहित जप्त किया एवं गिरफ्तार किया है। यह पहला मामला है। आरोपी द्वारा किए गए कारनामे की विस्तृत जांच की जाएगी।
Published on:
14 May 2018 02:01 pm
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