
कोरबा . बढ़ती सड़क दुर्घटना की रोकथाम के लिए पुलिस एक बार फिर कवायद तेज करेगी। दुर्घटना की रोकथाम करने में एसपी ने रूचि ली है। साथ ही दो साल से शहर में बंद पड़ी बीट पुलिसिंग को चालू करने का निर्देश दिया है। बुधवार को एसपी मयंक श्रीवास्तव ने थानेदारों की लंबी क्लास ली। थानेवार दर्ज किए अपराध की समीक्ष की। सड़क दुर्घटना से लेकर मारपीट और महिलाओं से संबंधित होने वाली अपराध और प्रवृत्ति की जानकारी ली।
थानेदारों से वर्तमान में चल रही पुलिसिंग का तरीका भी पूछा। बैठक में एसपी सड़क दुर्घटना रोकने को लेकर गंभीर नजर आए। उन्होंने अधीनस्थों से सड़क हादसा रोकने के लिए हर संभव कोशिश करने के लिए कहा। ट्रैफिक पुलिस को जांच का दायर बढ़ाने का आदेश किया। चालक यातायात नियमों का पालन करे इसके लिए जागरूकता अभियान चलाने पर जोर दिया। साथ ही बीट पुलिसिंग को चालू करने के लिए कहा। हालांकि बीट पुलिसिंग कब तक चालू होगी? इसके लिए कोई तिथि तय नहीं की गई है। लेकिन जल्दी चालू करने का निर्णय लिया गया है।
पूर्व एसपी अमरेश मिश्रा के कार्यकाल में शहर में बीट पुलिसिंग चालू हुई थी, लेकिन उनके तबादले के बाद बीट पुलिसिंग पटरी से उतर गई थी। इसे फिर चालू करने की कवायद हुई है। बैठक में एएसपी के अलवा डीएसपी अजाक रीतेश श्रीवास्तव, सीएसपी सुरेन्द्र साय पैकरा, थानेदार यदुमणी सिदार, विजय सिंह ठाकुर, एसएस राजपूत, साधना सिंह सहित अन्य इंस्पेक्टर, सब इंस्पेक्टर और एएसआई रैक के अफसर उपस्थित थे।
कोयला चोरी को संरक्षण नहीं
बैठक से पहले एसपी मयंक ने मीडिया के साथ चर्चा की। इसमें अपनी प्राथमिकताएं बताई। उन्होंने कहा कि सड़क दुर्घटना गंभीर मामला है। इसे रोकने के लिए जागरुकता अभियान चलाई जाएगी। सोशल पुलिसिंग को बढ़ावा देने की बात कही। एसईसीएल की खदानों से हो रही कोयला और डीजल चोरी रोकने के लिए कदम उठाने की बात कही। कहा कि कोयला के कारोबार को पुलिस का संरक्षण नहीं है। मैं इसे लापरवाही मानता हूं।
Published on:
18 Jan 2018 10:31 am
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