मस्ती में झूम रहे गजराजों को खदेडऩे वन अमला के साथ पहुंचे ग्रामीण, फिर हुआ कुछ ऐसा..
ग्रामीणों की नींद उड़ी हुई और वे वन विभाग से उम्मीद लगाए बैठे हैं जबकि वन विभाग के हाथी मित्र दल के प्रभारी कोई कारगर तरीका नहीं निकाल पा रहे हैं।

करतला. हाथियों की दस्तक से पूरा वनांचल क्षेत्र थर्रा रहा है। इनकी चहलकदमी से ग्रामीणों की नींद उड़ी हुई और वे वन विभाग से उम्मीद लगाए बैठे हैं जबकि वन विभाग के हाथी मित्र दल के प्रभारी कोई कारगर तरीका नहीं निकाल पा रहे हैं। बुधवार को कुदमुरा वन परिक्षेत्र के कनकीखार तालाब में 32 हाथियों का झुंड विचरण करने पहुंचा। इनमें से कुछ हाथी देर रात तक तौलीपाली गांव के निकट पहुंच गये। दोपहर के समय इन्हें खदेडऩे के लिए ग्रामीण और वन अमला पहुंचा लेकिन हाथी अपने में ही मस्त होकर पानी से अठखेलियां करते रहे।
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दूसरी ओर कटघोरा वन परिक्षेत्र ऐतमा नगर के ग्राम माचा डोली में हाथियों के दल ने उस समय हमला बोल दिया जब लोग रात में भोजन करके अपने शासकीय आवास में सो रहे थे। हाथियों ने पहुंचने के बाद चिंघाड़ते हुए आवासीय परिसर में तोड़.फोड़ करने लगे। लोगों को हाथियों की आहट मिलते ही हड़कंप मच गया और वे जैसे-तैसे जान बचाने के लिए अपने घरों को छोड़ कर बाहर की ओर भागे। सारी रात कॉलोनी वासी दहशत में रहे।

सरपंच की ओर से रात में ही घटना की सूचना वन विभाग को दे दी गई है वन अमला द्वारा हाथियों के दल पर नजर रखा जा रहा है। ऐतमा नगर की सरपंच लक्ष्मी मरकाम ने बताया कि हाथियों की समस्या से निजात पाने के लिए जनदर्शन में भी कलेक्टर से गुहार लगायी जा चुकी है लेकिन हाथियों का उत्पात बढ़ता जा रहा है। मंगलवार की रात में मकान को क्षतिग्रस्त करने वाले रहवासियों का आर्थिक नुकसान भी किया है। अभी भी क्षेत्र में दहशत होने के कारण लोग जंगल की ओर से नहीं जा रहे हैं।
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