
CG News: रोजगार मांगने पर कुसमुंडा खदान में भू- विस्थापित और ठेका कंपनी के बीच बवाल हो गया। थाने में रिपोर्ट लिखाने पहुंचे दोनों पक्ष फिर से टकरा गए। दोनों ने थाने में जमकर हंगामा किया। हाथापाई और गाली गलौच तक हुई।
एसईसीएल की कुसमुंडा खदान में ठेका कंपनी एमपीटी (मां पार्वती ट्रांसपोर्ट) कोल ट्रांसपोर्टिंग का काम करती है। इसमें रोजगार मांगने के लिए ग्राम सोनपुरी, पाली पड़निया और जटराज के लोग खदान के भीतर पहुंचे। मांग को लेकर ठेका कंपनी की गाड़ियों को रोक दिया। क्रेसर से रेलवे साइडिंग तक कोयला परिवहन बंद हो गया। इसकी सूचना पर कुसमुंडा के महाप्रबंधक माइनिंग घटनास्थल पर पहुंचे। उन्होंने भू- विस्थापितों से काम नहीं रोकने के लिए कहा। ठेका कंपनी से बातचीत करने की सलाह दिया।
तब भू- विस्थापितों ने मौके पर ठेका कंपनी के प्रबंधक को बुलाने की मांग किया। प्रबंधन से जुड़ा एक व्यक्ति मौके पर पहुंचा। उसने भू- विस्थापितों से ऊंची आवाज में बात कर दिया। यह भू- विस्थापितों को नागवार गुजरी। खदान से प्रभावित गांव के लोगों ने प्रबंधक पर सख्ती बरता। हाथापाई हुई। इसकी जानकारी होने पर ठेका कंपनी के कर्मचारी बड़ी संख्या में घटनास्थल पर एकत्र हो गए। दोनों के बीच हंगामा और नोंकझोंक हुआ। सूचना पर पहुंची पुलिस दोनों पक्षों को समझाकर कार्रवाई के लिए थाने ले आई।
दोनों पक्ष एक दूसरे पर कार्रवाई की मांग को लेकर थाने के भीतर घुस गए। भीड़ इतनी अधिक बढ़ गई कि दोनों के बीच थाने के भीतर टकराव हुआ। ट्रांसपोर्ट कंपनी के समर्थकों ने एक भू- विस्थापित को थप्पड़ जड़ दिया। इससे थाने के भीतर बवाल हो गया। दोनों ने थाने में हंगामा और गाली गलौच किया। देर शाम तक थाने में हंगामा जारी था। इसे शांत कराने के लिए दर्री सीएसपी रॉबिंसन गुड़िया मौके पर पहुंचे थे। पुलिस का कहना है कि दोनों पक्ष ने एक दूसरे के खिलाफ शिकायत की है। इसपर जांच की जा रही है।
Published on:
08 Dec 2023 05:12 pm
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