नियम के अनुसार आवेदक को एक दिन में बी-वन, नक्शा और खसरा जारी करना है, लेकिन सर्वर की रफ्तार काफी सुस्त है। एक दिन में मिलने वाली नकल चार दिन में भी नहीं मिल रही है। परेशानी कोरबा में ही नहीं बल्कि पाली, पोड़ी उपरोड़ा और करतला में हो रही है। परेशानी इतनी अधिक है कि सर्वर में गड़बड़ी की गंंूज रायपुर तक सुनाई देने लगी है।