
पहली से पांचवीं तक की कक्षाओं के 48 बच्चों की जिम्मेदारी सिर्फ एक शिक्षक पर
एक माह पहले ही तत्कालीन कलेक्टर ने जिला शिक्षा विभाग को अटैच शिक्षकों को बहाल कर विद्यालय में पदस्थापना के निर्देश दिए थे, लेकिन व्यवस्था में सुधार नहीं किया गया। इस स्कूल में विद्यार्थियों की दर्ज संख्या 48 है। स्कूल एकल शिक्षकीय होने की वजह से प्रधान पाठक अब एक कक्ष कक्षा पहली से तीसरी और दूसरे कक्षा में कक्षा चौथी से पांचवीं के विद्यार्थियों को एक साथ अध्ययन करा रहे हैं। इस अव्यवस्था से विद्यार्थियों को पाठॺक्रम समझने में दिक्कतें आ रही है। बावजूद इसके समस्या को लेकर ध्यान नहीं दे रहे हैं। इसे लेकर अभिभावकों में नाराजगी है। यह स्थिति शहरी क्षेत्र के विद्यालय की है। इसी तरह कई और एकल शिक्षकीय स्कूल हैं, जहां शिक्षकों की कमी की वजह से विद्यार्थियों का अध्ययन कार्य प्रभावित हो रहा है लेकिन प्रशासन गंभीर नहीं है।
बैठक में जाने पर दे देते हैं छुट्टी
विद्यालय एकल शिक्षकीय है। जिला शिक्षा विभाग की ओर से कई बार बैठक की जाती है, इस दौरान प्रधान पाठक की ओर से विद्यार्थियों को समय से पहले छुट्टी दे दी जाती है। इसके बाद विद्यालय में ताला लगाकर बैठक पर पहुंचते हैं। इससे विद्यार्थियों की पढ़ाई प्रभावित हो रही है। प्रधान पाठक ने बताया कि इस संबंध में विभाग को अवगत कराया गया है।
Published on:
08 Aug 2023 04:36 pm
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