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CG Public opinion : टिकट कटाने लोगों को करना पड़ता है घंटो का इंतजार, निर्मित होती है विवाद की स्थिति

दो काउंटर में टिकट काटा जाता है बाकि के छ: काउंटर शो-पीस

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कोरबा

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Shiv Singh

May 06, 2018

दो काउंटर में टिकट काटा जाता है बाकि के छ: काउंटर शो-पीस

दो काउंटर में टिकट काटा जाता है बाकि के छ: काउंटर शो-पीस

कोरबा . रेल प्रशासन ने यात्रियों की सुविधा के लिए अलग से रिजर्वेशन कक्ष तो बना दिया है। साथ ही एक नहीं दो नहीं बल्कि पूरे आठ काउंटर बनाए गए हैं। इसमें से दो काउंटर में टिकट काटा जाता है बाकि के छ: काउंटर शो-पीस बने हुए हैं। इससे रिजर्वेशन कराने पहुंच रहे लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। लोगों को टिकट कटाने के लिए एक से डेढ़ घंटे का समय लग जाता है। टिकट कटाने वाले लोगों की लंबी कतार लग जाती है और लोग अपनी बारी के इंतजार में परेशान हो जाते हैं। इस भरी गर्मी में एसी तो दूर कूलर तक की व्यवस्था नहीं की गई है।

होता है विवाद
कई बार लोग परेशान होकर अपनी बारी का इंतजार करना छोड़कर सामने काउंटर के पास आ जाते हैं। इससे लोगों के बीच तू-तू मैं-मै की स्थिति भी निर्मित होती है। बलपूर्वक कई लोग आगे आकर टिकट कटा लेते हैं। इससे कई बार विवाद की स्थिति भी बनी है। सुरक्षा की दृष्टि से भी रेलवे ने रिजर्वेशन कक्ष में रेलवे पुलिस की भी व्यवस्था नहीं की है। इससे रिजर्वेशन कराने पहुंचे वृद्ध महिला व पुरुषों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है।

रिजर्वेशन कक्ष के सामने गंदगी
रिजर्वेशन कक्ष के सामने गंदगी का अंबार है। सफाई पर विभाग का ध्यान नहीं है। गंदगी के कारण लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।

बाइक स्टैंड का हाल बेहाल
रेलवे स्टेशन में स्थापित किए गए बाइक स्टैंड का भी बुरा हाल है। ठेका पद्धति द्वारा स्टैंड का संचालन किया जाता है। हर साल वाहन स्टैंड का किराया भी बढ़ा दिया जाता है, लेकिन वाहनों की सुरक्षा पर थोड़ा भी ध्यान नहीं दिया जाता। गर्मी हो या बरसात हर मौसम में दोपहिया वाहन को खुले में स्टैंड किया जाता है। शेड तक का निर्माण नहीं किया गया है।