
एसईसीएल कर्मी की बेटी सुनिधि ने एमबीएसएस के लिए किया नीट क्वालीफाई
कोरबा . केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) ने नेशनल एलिजिबिलिटी कम एंट्रेंस टेस्ट (नीट) के नतीजे सोमवार को जारी कर दिए गए। इसमें डीएवी पब्लिक स्कूल गेवरा की छात्रा सुनिधि ने बेहतर प्रदर्शन करते हुए एमबीबीएस के लिए क्वालीफाई किया है। उन्हें आल इंडिया केटेगरी रैंक 11000 है। इस रैंक के हिसाब से सुनिधि को एमबीबीएस मिलना तय माना जा रहा है।
सुनिधि ने इसी वर्ष सीबीएसई की १२वीं परीक्षा में अच्छे अंकों से उत्तीर्ण की है। डीएवी पब्लिक स्कूल गेवरा में बायो विषय में सबसे अधिक ८९ प्रतिशत अंक प्राप्त किए हैं। नीट के लिए मार्गदर्शन करने वाली डीएवी गेवरा पब्लिक स्कूल में बायो शिक्षक प्रियंका गुप्ता ने बताया कि उन्होंने शुरू से ही इस बच्ची का मार्गदर्शन करते हुए उत्साह बढ़ाया।
उन्होंने बताया कि तय कर दिया था कि इसी वर्ष नीट क्वालीफाई करना है और खुशी की बात है कि सुनिधि ने यह सफलता हासिल की है। उन्हें फिजिक्स में 180 में से ४० अंक, कैमेस्ट्री में 180 में से ४० अंक और बायोलॉजी में 360 में से २३८ अंक हासिल किए हैं. उन्हें कुल 720 में से ३२० अंक मिले हैं।
बचपन से था डाक्टर बनने का सपना
पत्रिका डॉटकाम से बात करते हुए सुनिधि ने कहा कि बचपन से ही डाक्टर बनने का सपना था। इसलिए बायो विषय लिया और इसमें स्कूल के शिक्षकों, अभिभावकों ने पूरी-पूरी मदद की। सुनिधि के पिता केआर लहरे एसईसील में कर्मचारी हैं जबकि मां गोमती लहरे गृहिणी हैं। सुनिधि का एक छोटा भाई है, जो वर्तमान में नवमीं कक्षा में डीएवी स्कूल गेवरा में पढ़ाई कर रहा है।
दो साल से कर रही थी कोचिंग
सुनिधि ने बताया कि नीट क्वालीफाई करने के लिए पिछले दो साल से कड़ी मेहनत कर रही थी। इसके लिए गेवरा में कोचिंग भी की जबकि सेल्फ स्टडी और शिक्षकों का मार्गदर्शन करके हर तरह के डाउट क्लियर किए। यही कारण रहा कि इसमें क्लाफाई करने में सफलता मिली।
नतीजे घोषित, इंतजार खत्म
बोर्ड की ओर से नतीजे जारी किए जाने के साथ ही 13,26,725 उम्मीदवारों के नीट के परिणाम का इंतजार खत्म हो गया है। परीक्षा के रिजल्ट पांच जून को घोषित करने की चर्चा थी लेकिन बोर्ड ने एक दिन पहले सोमवार को ही जारी कर दिया। पूरे देश में एमबीबीएस और बीडीएस कोर्स में एडमिशन के लिए छह मई को नीट का आयोजन किया गया था। इस परीक्षा के लिए 136 शहरों के 2255 परीक्षा केंद्र बनाए गए थे। इस परीक्षा के माध्यम से 66 हजार एमबीबीएस व डेंटल सीटों के लिए चयन किया जाना है।
इन चीजों पर था बैन
सीबीएसई ने नीट की परीक्षा के लिए गाइडलाइन जारी करते हुए ड्रेस कोड लागू किया था, जिसमें कहा गया कि उम्मीदवार को हल्के कलर की हाफ बाजू की कमीज/शर्ट पहनना अनिवार्य किया गया था। अभ्यर्थियों को निर्देश थे कि वे केंद्र में जूते पहन न आएं। इतना ही नहीं लड़कियां कंगन, अंगूठी, झुमका, कान के बुंदे, पिन, चेन, हार, बैज और ब्रोच पहनकर परीक्षा केंद्र में प्रवेश नहीं ले सकती हैं।
Updated on:
04 Jun 2018 08:06 pm
Published on:
04 Jun 2018 08:04 pm
बड़ी खबरें
View Allकोरबा
छत्तीसगढ़
ट्रेंडिंग
