
CG Crime News: बालकोनगर थानांतर्गत ग्राम चुईया में शासन-प्रशासन की ओर से स्वीकृत किया गया रेतघाट ग्रामीणों के बीच विवाद का कारण बन गया है। यहां से रेत खनन को लेकर ग्रामीण आपस में बंटे हुए हैं। रविवार दोपहर लगभग एक बजे रेत घाट पर ही दो पक्ष आपस में भीड़ गए। गांव के कुछ लोगों ने एक ग्रामीण की पिटाई कर दी।
निर्माण कार्यों में रेत की कमी को दूर करने के लिए जिला प्रशासन ने काफी कोशिश के बाद ग्राम चुईया में रेतघाट को स्वीकृत कराया था। लेकिन जब से यहां से रेत का खनन शुरू हुआ है इससे गांव के लोग आपस में बंट गए हैं। अधिकांश लोग रेत खनन के खिलाफ हैं तो कुछ लोग इसके समर्थन में हैं। रविवार को ग्रामीणों के बीच चल रहे विवाद का असर देखने को मिला। ग्रामीणों ने रेत खनन के दौरान मौजूद एक ग्रामीण को पकड़कर लात-घूसे से पीटा।
अब यह मामला थाना पहुंच गया है। पुलिस केस दर्ज कर मामले की जांच कर रही है। बताया जाता है कि रविवार दोपहर लगभग डेढ़ बजे चुईया के रेतघाट पर खनन का कार्य चल रहा था। इसी बीच गांव के कुछ लोग पहुंचे इसमें महिलाएं भी शामिल थीं। उन्होंने रेत घाट पर मौजूद एक ग्रामीण को रेत खोदने से मना किया। यह पूछा कि यहां रेत क्यों खोदा जा रहा है। तब ग्रामीण ने कहा कि यह सरकारी जमीन है। यह सुनते ही गांव के लोग आक्रोशित हो गए। कुछ महिलाओं का एक पुरुष के साथ विवाद शुरू हुआ। इस बीच दो-तीन युवक पहुंचे और पुरूष के साथ मारपीट शुरू कर दी। मारपीट का यह वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। घटना के बाद पीड़ित ग्रामीण थाने पहुंचा। उसने घटना की शिकायत पुलिस से की। उसने ग्रामीणों पर मारपीट का आरोप लगाया है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
गांव में रहने वाले लोगों का कहना है कि चुईया नाला से रेत खनन होने पर उनके गांव में पानी की किल्लत खड़ी हो सकती है। नाले का पानी गंदा हो सकता है इससे उन्हें नुकसान होगा। इसके अलावा रेत नहीं खोदने को लेकर कई और तर्क भी ग्रामीणों के पास हैं। जबकि एक पक्ष इस रेत घाट से रेत खनन करना चाहता है और उसने इसके लिए ग्राम पंचायत के माध्यम से स्वीकृति भी कराई है। प्रशासन ने रेत घाट संचालन का दायित्व ग्राम पंचायत को दिया है और इसके लिए रायल्टी भी जारी किया है। गांव के सरपंच यहां से रेत खनन करवा रहा है। ग्रामीण इसी का विरोध कर रहे हैं। इसे लेकर रविवार को मारपीट की घटना हुई। कुछ दिन पहले ग्रामीणों ने यहां रेत खनन के कार्य को रोक दिया था तब जिला प्रशासन की ओर से मौके पर एक अफसर को भेजा गया था। अफसर ने ग्रामीणों को समझाईश देते हुए कहा था कि चुईया नाला का पानी दूषित न हो इसके लिए नाला किनारे जगह बनाई जाएगी।
Published on:
11 Mar 2024 03:50 pm
बड़ी खबरें
View Allकोरबा
छत्तीसगढ़
ट्रेंडिंग
