
Holi in Amarpur
बैकुंठपुर. Ajab-Gajab: छत्तीसगढ़ के कोरिया जिले के ग्राम पंचायत अमरपुर में एक सप्ताह पहले शनिवार को धूमधाम से होली पर्व मनाया गया। ग्रामीणों ने विधि-विधान से होलिका का दहन (Holika Dahan) किया फिर देवल्ला में पूजा-अर्चना कर एक दूसरे को रंग-गुलाल और अबीर लगाकर होली की शुभकामनाएं दी। वहीं गांव के बुजुर्ग व युवा वर्ग फाग गीतों पर जमकर झूमते नजर आए। अमरपुर में होली (Holi in Amarpur) खेलने और देखने के लिए आसपास के ग्रामीण पहुंचे थे। यह परंपरा यहां वर्षों से चली आ रही है, इसके पीछे गांव वालों का डर है। ऐसी मान्यता है कि यदि सप्ताहभर पूर्व होली नहीं बनाई जाती है तो गांव में कोई न कोई अनहोनी हो जाती है।
कोरिया जिला मुख्यालय बैकुंठपुर से करीब 12 किलोमीटर दूर स्थित ग्राम पंचायत अमरपुर में रंगों का त्योहार होली पर्व धूमधाम से मनाया गया। गांव में किसी प्रकार की अनहोनी को टालने हर साल एक सप्ताह पहले होली पर्व मनाया जाता है। जबकि भारतीय कैलेंडर के अनुसार इस वर्ष होली का पर्व 18 मार्च को मनाया जाएगा।
अमरपुर में एक सप्ताह पहले होली खेलने की परंपरा कोरिया में प्रसिद्ध है। होली का जश्न मनाने आसपास के ग्रामीण भी अमरपुर पहुंचे। वहीं ग्रामीणोंं ने ढोलक, मंजीरे की थाप, फाग गीतों पर जमकर झूमे और एक दूसरे को रंग-गुलाल लगाकर होली खेली। ग्रामीणों का कहना है कि गांव को किसी प्रकार की अनहोनी से बचाने के लिए अमरपुर में एक सप्ताह पहले होली मनाई जाती है।
किसी अनहोनी को टालने परंपरा का कर रहे निर्वाह
ग्रामीणों के अनुसार त्यौहार एक सप्ताह पहले मनाने से गांव के किसी परिवार में अनहोनी व किसी प्रकार की अप्रिय घटना नहीं होती है। गांव के लोगों को अनहोनी से बचाने के लिए वर्षों से एक सप्ताह पहले होली खेली जाती है। वहीं पूर्वजों ने सालों पहले होली को पहले मनाने का रिवाज बनाया है।
इस कारण ग्रामीण अपने बुजुर्गों के बनाए नियम का पालन कर होली पर्व मनाते हैं। ग्राम पंचायत अमरपुर में वर्षों पहले बुजुर्गों की परंपरा को कायम रखा गया है। ग्रामीण ने पारंपरिक ढोलक, मंजीरे की थाप के साथ होली का त्योहार मनाया। वहीं युवा व बच्चों ने आधुनिक डीजे व बाजेगाजे के साथ होली खेली।
समय से पहले मनाते हैं 4 प्रमुख त्योहार
ग्राम पंचायत अमरपुर के ग्रामीणों का कहना है कि गांव में वर्षों से होली, पोला, हरेली व दिवाली का त्योहार एक सप्ताह पहले मनाया जाता है। इससे गांव में किसी प्रकार की अनहोनी व अप्रिय घटना नहीं होती है। वर्षों पहले होली त्यौहार के दिन एक ग्रामीण के घर में अप्रिय घटना हुई थी।
इसके बाद एक पुरोहित ने एक सप्ताह पहले होली त्योहार मनाने की सलाह दी थी और तब से लेकर आज तक एक सप्ताह पहले होली का त्योहार (Holi festival) मनाया जाता है। अमरपुर में होली त्योहार मनाने ग्रामीणों की बैठक होती है। इस दौरान ग्रामीण आपस में रायशुमारी और सर्वसम्मति से पूर्वजों की परंपरा को कायम रखने होली त्योहार मनाने का निर्णय लेते हैं।
Published on:
13 Mar 2022 12:20 pm
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