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सेनिटाइजर वितरण में लाखों का घोटाला! 2 साल पहले बंद हो चुकी इंदौर की फार्मा कंपनी का लेबल चिपकाकर बांटा, लोकल कराई पैकिंग

Corona scam: कोरोना से जंग में नगरीय प्रशासन एवं विकास विभाग रायपुर की ओर से पार्षद मद से राशि खर्च करने की मिली थी अनुमति, चिरमिरी निगम के 40 पार्षदों के मद से मिले थे 40 लाख

कोरीयाApr 11, 2020 / 02:16 pm

rampravesh vishwakarma

सेनिटाइजर वितरण में लाखों का घोटाला! 2 साल पहले बंद हो चुकी इंदौर की फार्मा कंपनी का लेबल चिपकाकर बांटा, लोकल कराई पैकिंग

Sanitizer whom distributed

चिरमिरी पोड़ी. कोरोना वायरस (Covid-19) से लड़ाई में जहां सभी जी-जान से जुटे हुए हैं, वहीं कुछ लोग इस मुसीबत की घड़ी में भी अपनी जेबें गर्म करने में लगे हैं। ऐसा ही एक मामला कोरिया जिले के चिरमिरी नगर निगम से सामने आ रहा है। नगर निगम चिरमिरी में कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव व रोकथाम को लेकर 2 साल पहले बंद हो चुकी इंदौर की फार्मा कंपनी के नाम का लेबल चस्पा कर डोर-टू-डोर सेनिटाइजर वितरण कर दिया गया।
सूत्रों के अनुसार सेनिटाइजर की पैकेजिंग स्थानीय स्तर पर की गई है। ऐसे में नकली सेनिटाइजर वितरण कर निगम के 40 पार्षदों की निधि से मिले 40 लाख रुपए का फर्जीवाड़ा कर दिया गया। इस मामले में महापौर ने जांच कराकर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की बात कही है।

गौरतलब है कि नगरीय प्रशासन एवं विकास विभाग रायपुर की ओर से पार्षद निधि से कोरोना वायरस के संक्रमण की रोकथाम करने को लेकर राशि खर्च करने की अनुमति मिली थी। इसके बाद नगर निगम चिरमिरी के 40 वार्ड के पार्षद अपनी निधि से एक-एक लाख रुपए सेनिटाइजर सहित अन्य सामग्री खरीदी करने मंजूरी दी थी।
पार्षद निधि से एकत्रित 40 लाख की राशि से सेनिटाइजर सहित अन्य सामग्री खरीदी कर नगर निगम की ओर से स्वच्छता, स्वास्थ्य विभाग पार्षदों को उपलब्ध कराया गया, जिसे वार्ड पार्षद व निगम के कर्मचारी डोर- टू-डोर नि:शुल्क वितरण कर रहे हैं।
सेनिटाइजर वितरण में लाखों का घोटाला! 2 साल पहले बंद हो चुकी इंदौर की फार्मा कंपनी का लेबल चिपकाकर बांटा, लोकल कराई पैकिंग
इस दौरान इंदौर की फार्मा कंपनी आशीष केमिकल्स के नाम का लेबल चस्पाकर सेनिटाइजर का वितरण किया गया है। इस सेनिटाइजर के नकली होन की क्षेत्र में चर्चा हो रही है।


2 साल पहले बंद हो चुकी है कंपनी
सूत्रों के अनुसार इंदौर की आशीष केमिकल्स कंपनी २ साल पहले ही बंद हो चुकी है। वहीं दूसरी ओर नगर निगम की ओर से स्टेप डी के नाम से बनॉय फार्मा प्राइवेट लिमिटेड से हैण्ड सेनिटाइजर मंगाया गया है।
इसमें भी इंदौर इंडस्ट्रियल एरिया के आशीष कैमिकल्स से मैन्यूफैक्चरिंग होने का लेबल चस्पा किया गया है। सूत्रों के अनुसार एक रसूखदार ने अपनी राजनीतिक पहुंच का फायदा उठाकर सेनिटाइजर सप्लाई करने ठेका हथिया लिया है और स्थानीय स्तर पर मैन्यूफैक्चरिंग कर सप्लाई कर रहा है।

खाद्य एवं औषधि प्रशासन की टीम पहुंची, दस्तावेज मंगाया
खाद्य एवं औषधि प्रशासन बैकुंठपुर की टीम नकली सेनिटाइजर वितरण करने की जानकारी मिलने के बाद चिरमिरी पहुंची। इस दौरान सेनिटाइजर का एक नग सैंपल कलेक्शन कर जांच कराने रायपुर भेजने की तैयारी की जा रही है।
वहीं दूसरी ओर नगर निगम की ओर से सेनिटाइजर खरीदी करने के कारण टेंडर में हिस्सा लेने वाली कंपनी व ठेकेदार की पूरी सूची, सेनिटाइजर सप्लाई करने वाले ठेकेदार-कंपनी का नाम सहित अन्य सारे दस्तावेज उपलब्ध कराने कहा गया है।

भाजपाई बेवजह दे रहे तूल
भाजपा इस पूरे मामले को राजनीतिक रंग देने में तुला है। कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव व रोकथाम को लेकर घोषित लॉकडाउन के कारण क्षेत्र में सेनिटाइजर की कमी थी। इस कारण आर्डर देकर सेनिटाइजर मंगाया गया है। अगर नकली सेनिटाइजर आपूर्ति की गई है तो पूरे मामले में जांच कराकर दोषी पाए जाने पर कार्रवाई की जाएगी।
कंचन जायसवाल, महापौर नगर निगम चिरमिरी

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