25 दिसंबर 2025,

गुरुवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

23 साल की उम्र में ये संदेश देने सतीश ने साइकिल से नाप दिया था नेपाल, अब 48 में भूटान की तैयारी

Journey of Nepal by bicycle: राजस्व विभाग (Revenue department) में सहायक ग्रेड-2 के पद पर पदस्थ सतीश कुमार द्विवेदी साइकिल से यात्रा (Journey from bicycle) कर दे रहे पर्यावरण संदेश, जनचेतना व जन जागरुकता अभियान को लेकर कर चुके हैं 300 कार्यक्रम

2 min read
Google source verification
environmental message

Satish Chandra Dwivedi on bicycle

योगेश चंद्रा.
बैकुंठपुर. Journey of Nepal by Bicycle: राजस्व कर्मचारी सतीश कुमार द्विवेदी पिछले 25 साल से साइकिल यात्रा कर पर्यावरण संरक्षण, जनचेतना व जनजागरुकता अभियान के तहत 300 से अधिक मोटिवेशनल कार्यक्रम कर चुके हैं। महज 23 साल की उम्र में साइकिल से 1100 किलोमीटर नेपाल (Nepal) तक यात्रा कर कीर्तिमान स्थापित किया है। वहीं अब 48 साल की उम्र में सबसे लंबी दूरी 1 हजार 768 किलोमीटर दूरी तक भूटान (Bhootan) की साइकिल से यात्रा करने की तैयारी है। उनका कहना है कि जल्द ही भूटान के लिए भी 7 सदस्यीय टीम यहां से पर्यावरण का संदेश लेकर रवाना होगी।


मनेंद्रगढ़ राजस्व विभाग में सहायक ग्रेड-2 के पद कार्यरत द्विवेदी पर्यावरण के प्रति कुछ कर गुजरने की सोच रखते हैं। जिससे मनेंद्रगढ़ की सबसे पुरानी संस्था संबोधन साहित्य कला मंच के तत्वावधान में वर्ष 1997 में मनेंद्रगढ़ से सोनहत-रामगढ़ (250 किलोमीटर) तक पहली बार साइकिल यात्रा में हिस्सा बने थे।

फिर उसी साल वर्ष 1997 में अपने पांच सदस्यीय दल के साथ 1100 किलोमीटर नेपाल की यात्रा पर निकल पड़े। मनेंद्रगढ़ से नेपाल काठमाण्डू पहुंचने में 21 दिन का समय लगा था। अंतरराष्ट्रीय साइकिल यात्रा 1 से 21 मई 1997 को पूरी की गई थी। नेपाल यात्रा में सतीश द्विवेदी, भुवन चटर्जी, एस. दीक्षित, कुलदीप पटेल सहित 5 लडक़े शामिल थे।

इसके अलावा कोरिया के पड़ोसी अनूपपुर, पेण्ड्रा सहित अंबिकापुर तक साइकिल से यात्रा कर चुके हैं। पर्यावरण चिंतक द्विवेदी संबोधन साहित्य कला परिषद, नेहरु युवा केंद्र जिला प्रशासन के सहयोग व व्यक्तिगत रूप से पर्यावरण जन जागरुकता, जनचेतना साइकिल यात्रा कर चुके हैं।

वहीं वर्ष 2002 में मनेंद्रगढ़ से नागपुर 40 किलोमीटर, वर्ष 2022 में मनेंद्रगढ़ से अंबिकापुर तक 120 किलोमीटर सहित मनेन्द्रगढ़ लोकल व आसपास के ग्रामीण व नगरीय निकाय क्षेत्रों में पर्यावरण साइकिल यात्रा पूरी कर चुके हैं, जो एक कीर्तिमान और बड़ी उपलब्धि है।


दिल्ली में प्रकाशित हो चुका है इनका संस्मरण
मनेंद्रगढ़ से नेपाल की साइकिल यात्रा पर ‘उठ जाग मुसाफिर, साइकिल से हिमालय पर...’ संस्मरण लिखा जा चुका है। इसे दिल्ली से प्रकाशित किया गया है। संबोधन साहित्य कला परिषद द्वारा पर्यावरण मित्र से सम्मानित किया जा चुका है।

यह भी पढ़ें: आईएएस-आईपीएस ने चलाई साइकिल, जशपुर की एलिजाबेथ और सूरजपुर के शिवबचन ने जीती राज्य स्तरीय साइकिल रेस


सात सदस्यीय टीम भूटान यात्रा करेगी, 1768 किलोमीटर प्रस्तावित
पर्यावरण चिंतक द्विवेदी ने बताया कि छत्तीसगढ़ से भूटान तक 1768 किलोमीटर साइकिल यात्रा की तैयारी थी। लेकिन कोरोना काल के कारण स्थगित कर दिया गया है। इसे भविष्य में पूरा कर लिया जाएगा। भूटान यात्रा में स्वयं सतीश द्विवेदी, आईएफएस प्रेम कुमार, वन एवं पर्यावरण सचिव सहित आईएएस अफसर शामिल हैं।

वहीं उत्तरप्रदेश लखनऊ के शिक्षण संस्थान केकेके की ओर से प्रस्तावित 650 किलोमीटर, छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में 300 किलोमीटर की साइकिल यात्रा प्रस्तावित है।

यह भी पढ़ें: बस मालिक ने 3 लाख किराया मांगा तो महाराष्ट्र से असम के लिए साइकिल से निकल पड़े 29 मजदूर, 3 हजार किमी करना है सफर


समय के साथ पर्यावरण चिंतक स्वयं व साइकिल भी बदले
महज 23 साल की उम्र में पुरानी साइकिल से यात्रा (Journey by cycle) करने वाले पर्यावरण चिंतक द्विवेदी समय के साथ अपग्रेड हो गए हैं। वर्तमान में गेयरयुक्त साइकिल से यात्रा करते हैं और साइकिल में किलोमीटर मापने मीटर लगा रखा है।

इससे आसपास रोजाना साइकिल से यात्रा करने पर किलोमीटर रेकॉर्ड होता है। फिलहाल पिछले 25 साल में अंतरराष्ट्रीय, राष्ट्रीय, प्रदेश सहित स्थानीय स्तर पर साइकिल से 12 हजार किलोमीटर की साइकिल यात्रा कर चुके हैं।