बैकुंठपुर/बरबसपुर। कोरिया और एमसीबी में लगातार भारी बारिश होने के कारण रविवार को हसदेव-हसिया नदी उफान पर रहीं। बारिश ने बैकुंठपुर में पिछले 10 साल का रिकॉर्ड तोड़ (Record break rain) दिया। बारिश इतनी तेज नदी के तेज बहाव से पानी एनएच-४३ तक पहुंच गया। सडक़ पर पानी भरने के कारण करीब घंटेभर आवागमन बाधित रही। सुरक्षा के मद्देनजर लाई स्थित हसदेव नदी पुल के पास पुलिस बल तैनात करना पड़ा।
जिला प्रशासन ने पुल के नीचे बने एनीकट का गेट खोलवाया। इससे शाम तक नदी का जल स्तर कुछ कम हुआ। इधर हसदेव नदी का जलस्तर बढऩे से फॉरेस्ट नर्सरी डूब गई (Record break rain) और विश्राम भवन में पानी घुसने लगा। ऐसे में जान बचाने 2 रेंजर छत पर चढ़ गए। वहीं इंटरनेशनल स्कूल के डूबने से कर्मचारी ने भवन की छत पर चढ़ जान बचाई।
इधर एमसीबी जिले के ग्राम लाई स्थित हसदेव नदी के किनारे स्थित गुुरुकुल इंटनेशनल स्कूल और वाटर पार्क डूब गया। कर्मचारी अपनी जान बचाने के लिए स्कूल भवन की छत पर चढ़ गए।
वहीं नजदीक स्थित एक कच्चे मकान के डूबने (Record break rain) के बाद बुजुर्ग पेड़ पर चढ़ गया, जो कई घंटे तक जल स्तर कम होने का इंतजार करते रहे। मामले मेें ग्रामीणों की मदद से ट्यूब के सहारे उन्हें बाहर निकाला गया। वहीं फायर एवं इमरजेंसी सर्विस टीम पहुंची।
हसदेव नदी पर तेज बहाव होने के कारण अमृतधारा जल प्रपात डूब (Record break rain) गया है। एसडीएम लिंगराज सिदार ने अत्यधिक बहाव के कारण पर्यटकों को जल प्रपात के पास जाने पर प्रतिबंध लगाया है। सैलानियों को सख्त चेतावनी देकर पुलिस बल तैनात किया गया है।
रविवार सुबह 7 से 8 बजे के आसपास हसदेव नदी का जल स्तर अचानक बढ़ गया। इस दौरान देखते ही देखते नदी किनारे स्थित फॉरेस्ट नर्सरी डूब (Record break rain) गई। परिसर में बना विश्राम गृह के कमरों में पानी भरने लगा।
यह देख वहां ठहरे 2 रेंजर आनन-फानन में जान बचाने छत पर चढ़ गए। इसके अलावा नर्सरी परिसर में ट्रैक्टर सहित अन्य वाहन डूब गए। मामले की जानकारी मिलने के बाद वन कर्मचारी पहुंचे और छत पर फंसे दोनों रेंजर को बाहर निकाला।
नागपुर चौकी के हाइवे प्रभारी शेष नारायण सिंह का कहना है कि हसदेव नदी का जल स्तर अचानक बढ़ गया है। सुरक्षा के मद्देनजर अमृतधारा जल प्रपात (Record break rain) में आवाजाही पर प्रतिबंध लगाया गया है। झरने के आसपास किसी को जाने की अनुमति नहीं है। पर्यटक दूर से झरने को देख सकते हैं। पार्किंग स्थल से आगे जाने वाले रास्ते को बेरिकेड्स लगाकर बंद किया गया है।
Updated on:
06 Jul 2025 08:13 pm
Published on:
06 Jul 2025 08:05 pm