
Churcha police station
बैकुंठपुर। Shameful: एक महिला ने अपने 4 माह के बच्चे को जंगल में छोड़ (Shameful) दिया था। सूचना मिलते ही यातायात व पुलिस की टीम ने जंगल से बच्चे को बरामद कर उसकी जान बचाई। अस्पताल में उसका इलाज चला। इधर पुलिस ने बच्चे की मां की खोजबीन की तो पता चला कि पालन-पोषण कर पाने में असमर्थता के कारण उसने से कृत्य किया था। पुलिस ने आरोपी महिला के खिलाफ कार्रवाई करने प्रकरण बाल कल्याण समिति के सुपुर्द किया है।
बैकुंठपुर यातायात एवं चरचा पुलिस ने एक मासूम बच्चे को सुरक्षित बचाया है। घटना चरचा थाना क्षेत्र के नगर रोड की है। जहां यातायात शाखा की टीम वाहनों की चेकिंग कर रही थी। इसी बीच सूचना मिली कि नगर के जंगल से बच्चे के रोने की आवाज आ रही है। यातायात की टीम रोने की आवाज (Shameful) सुनकर जंगल में गई और बच्चे को खोज निकाला।
जंगल से बरामद बच्चे को तत्काल प्राथमिक उपचार कराने प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र नगर पहुंचाया। साथ ही चरचा थाने को घटना की सूचना दी। प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में 4 माह के बच्चे (Shameful) को प्रारंभिक चिकित्सीय सुविधा उपलब्ध कराई गई। वहीं बेहतर इलाज करने जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
पुलिस के मुताबिक नागपुर थाना क्षेत्र के ग्राम सेमरा निवासी राहुल ठाकुर की रिपोर्ट पर थाना चरचा में धारा 93 के तहत मामला दर्ज कर विवेचना में लिया गया। इस दौरान पीडि़त शिशु के परिजनों का पता चलने पर पूछताछ के लिए बुलाया गया।
यहां बताया गया कि आरोपी की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं होने से (Shameful) अपने बच्चे का पालन-पोषण नही कर पा रही थी। इस कारण उसने बच्चे को नगर के जंगल में छोड़ दिया था। प्रकरण को बाल कल्याण समिति को कार्यवाही करने भेजा गया है।
मामले में एसपी एसएस परिहार ने यातायात और चरचा थाना के कार्य की सराहना पुलिसकर्मियों को नकद पुरस्कार दिया है। पुरस्कार पाने वालों में चरचा प्रभारी प्रमोद पांडेय, एएसआई किशुन राम भगत, आरक्षक राकेश मिश्रा, केशव सोनवानी, राजेश रागड़ा व लांस नायक महेश मिश्रा शामिल हैं।
Published on:
26 Oct 2024 09:03 pm
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