
Tree fell in storm
चिरमिरी. चिरमिरी डोमनहिल में सोमवार की देर शाम आधे घंटे तक मूसलाधार बारिश हुई, इसी बीच तेज आंधी आने से पीपल का 48 साल पुराना विशाल पेड़ गिरने (Tree fell in storm) से दर्जनभर से अधिक घरों को नुकसान हुआ है। पेड़ की चपेट में आकर एक महिला गंभीर रूप से घायल हो गई। उसे रीजनल अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
कोरिया जिले के चिरमिरी निगम अंतर्गत डोमनहिल वार्ड क्रमांक-39 गिरी डी दफाई सोनवानी कालोनी में वर्ष 1971 में पीपल का पेड़ लगाया गया था। बारिश व अंधड़ के कारण पीपल पेड़ एकाएक धराशायी (Tree fell in storm) हो गया। इससे आसपास के दर्जनभर घर चपेट में आकर क्षतिग्रस्त हो गए।
एसइसीएल कर्मी अरुण साव व पत्नी कौशल्या साव घटना के समय किचन में भोजन पका रही थी, उसको कमर, हाथ और कई जगह अंदरुनी चोटें आई हंै। उसे स्थानीय रीजनल अस्पताल कुरासिया में भर्ती कराया गया है। स्थानीय रहवासी एवं पीडि़त परिवार के शेखर पोलाई ने बताया कि यह विशाल पीपल पेड़ मेरे घर के आंगन में लगभग वर्ष 1971 में लगा था।
हिन्दू रीति-रिवाज में पीपल के पेड़ की पूजा अर्चना की जाती है, इस कारण आसपास के पीडि़त रहवासियों द्वारा कटाई और छंटाई के लिए कभी विचार नही किया गया। पिछले वर्ष बरसात के मौसम में इसकी कई शाखाएं अंधड़ चलने से गिर गई थी। इससे कई घरों को नुकसान हुआ था।
मामले में नगर निगम, वन विभाग चिरमिरी और विधायक कार्यालय को एक लिखित शिकायत पत्र देते हुए कटाई की गुहार लगाई थी। दुर्घटना की जानकारी मिलते ही नगर निगम से प्रभारी चन्द्रिका तिवारी, तहसीलदार अशोक सिंह, चौकी प्रभारी रिजवान अहमद, थाना प्रभारी विमलेश दुबे ने घटना स्थल का मुआयना कर तत्काल राहत कार्य प्रारंभ किया गया है।
वहीं विशाल पेड़ को उपकरणों की मदद से हटाया जा रहा है। दुर्घटना में शेखर पोलाई, रामेश्वर हंसराज, शंकर सोनी, अरुण साव, सत्येंद्र कुमार, रानी पासवान, महाराणा सिंह के घर को नुकसान पहुंचा है।
2 महीने पहले कटाई की लगाई थी गुहार
अभी दो माह पहले ही पुन: शिकायत सौंपी गई थी। इसमें किसी जनहानि और एक बड़ी दुर्घटना होने का उल्लेख किया गया था। बावजूद जिम्मेदार अधिकारी और जन प्रतिनिधियों ने इसे गंभीरता नहीं लिया और बड़ी दुर्घटना में एक महिला सहित कई नागरिकों को चोट लगी है। कॉलोनी के घरों में गिरने के कारण लाखों रुपए का नुकसान हुआ है।
घटना की जानकारी लगते ही पहुंचा राजस्व अमला
घटना की जानकारी होने पर तत्काल आरआई और राजस्व अमला मौके पर पहुंचा। इस दौरान क्षतिग्रस्त हुए मकान, सामग्री का आंकलन किया जा रहा है। अभी नुकसान की लागत का अंदाजा नहीं लगाया जा सकता है। निरीक्षण के बाद ही कुछ कह पाना संभव होगा।
अशोक सिंह, तहसीलदार
Published on:
27 Aug 2019 06:21 pm
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