कोटा. निगम की एक भूल 125वें दशहरे मेले का मजा खराब कर सकती है। दरअसल मेले में झूला मार्केट में नगर निगम की ओर से कम विद्युत भार की अण्डर ग्राउण्ड केबल डाल देने से वहां स्थिापित किए जाने वाले झूले का विद्युत भार झेलने में सक्षम नहीं है। इसके चलते बार बार फाल्ट व केबल जलने की समस्या पैदा होगी।झूला व्यापारियों ने चेताया है कि अगर यह समस्या दूर नहीं की गई तो इस बार वे मेले में झूले नहीं लगा पायेंगे।
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इसको लेकर व्यापारियों ने महापौर को ज्ञापन देकर समस्या के समाधान की मांग की है। फूड कोर्ट व झूला मार्केट की दुकानों का आवंटन बुधवार शाम तक भी नहीं हो पाया। व्यापारी दिनभर निगम में परेशान होते रहे। शाम तक केवल निगम दुकानों की लिस्टें ही चस्पा कर पाया।
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विद्युत भार नहीं झेल पाएगी केबलें
झूला व्यापारी जाकिर हुसैन ने बताया कि झूला मार्केट में करीब 32 झूले लगेंगे। इन झूलों में प्रत्येक झूला 15 किलोवाट से कम का नहीं है। रेंजर झूला तो 40 किलोवाट का है। निगम ने झूला मार्केट में अण्डर ग्राउण्ड केबल डाली है जो कम विद्युत भार की होने से यह झूलों का विद्युत लोड सहन नहीं कर पाएगी और बार-बार फाल्ट व केबल जलने की घटनाएं होगी।
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क्या कह रहें है एक्सपर्ट
सीपेज की समस्या का नहीं हुआ समाधान
दशहरा मैदान में झूला मार्केट में सीपेज की समस्या होने से पानी भरा हुआ है। निगम ने इस समस्या से छुटकारा पाने के लिए वहां मिट्टी डलवाई है और मार्केट के पास नाला भी खुदवाया जा रहा है। व्यापारियों ने बताया कि जिस तरीके से मिट्टी डलवाई गई है उससे तो यह समस्या नहीं मिटेगी और झूला लगाने में काफी परेशानी का सामना करना पड़ेगा। उन्होंने बताया कि सीपेज की समस्या इतनी बड़ी है कि मिट्टी डलवाने के बाद भी पानी भरा है और मार्केट के पास ही मुख्य मार्ग पर भी पानी बह रहा है।