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कोटा में हर दिन बर्बाद हो रहा 30 लाख लीटर शुद्ध पानी

शहर में एक ही पाइप लाइन से वर्षों से बर्बाद हो रहे लाखों लीटर पानी के बारे में जलदाय विभाग के जेईएन से लेकर मंत्री तक सभी को जानकारी होने के बाद भी इस अमृत को बचाने के लिए ठोस प्रयास नहीं हो रहे।

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Shailendra Tiwari

Feb 12, 2017

शहर में एक ही पाइप लाइन से वर्षों से बर्बाद हो रहे लाखों लीटर पानी के बारे में जलदाय विभाग के जेईएन से लेकर मंत्री तक सभी को जानकारी होने के बाद भी इस अमृत को बचाने के लिए ठोस प्रयास नहीं हो रहे। अकेलगढ़ हैडवक्र्स से निकल रही 1100 एमएम की पाइप लाइन से एक दशक से प्रतिदिन करीब 30 लाख लीटर पानी बर्बाद हो रहा है।

जलदाय विभाग दूसरी नई 1000 एमएम की पाइप लाइन बिछा रहा है, लेकिन फिलहाल इसका काम बंद है। इस पाइप लाइन का कार्य यदि तत्काल शुरू हो भी जाता है तो भी इसे पूरा होने में एक वर्ष का समय और लगेगा। एेसे में अमृत को बचाने के लिए ठोस उपायों की जरूरत है।

पत्रिका ने बर्बाद हो रहे पानी को बचाने को लेकर पड़ताल की तो सामने आया कि सरकार व विभाग यदि जलापूर्ति व्यवस्था में परिवर्तन करे तथा कुछ वैकल्पिक कार्य करे तो 1100 एमएम की जर्जर हो चुकी पाइप लाइन में जलापूर्ति बंद करने के बाद भी शहर की जलापूर्ति व्यवस्था पूरी तरह दुरुस्त रख सकता है।

मिनी अकेलगढ़ से मिल सकता है पानी

1100 एमएम की जर्जर पाइप लाइन किशोरपुरा गेट के पास स्थित आरपीएस पंप हाउस तक जलापूर्ति करती है। यहां से पंप चलाकर गुमानपुरा, शॉपिंग सेंटर, सिंधी कॉलोनी, कैथूनीपोल व जवाहर नगर के उच्च जलाशयों को भरा जाता है।

वैकल्पिक व्यवस्था के तहत आरपीएस पंप हाउस तक सकतपुरा स्थित 130 एमएलडी फिल्टर प्लांट (मिनी अकेलगढ़) से पानी पहुंचा दिया जाए तो 1100 एमएम की जर्जर पाइप लाइन को बंद किया जा सकता है। इसके लिए अलग से लाइन बिछाने की भी आवश्यकता नहीं है। कोटा बैराज की पुलिया से होकर गुजर रही 24 इंची लाइन अभी बंद पड़ी है, पूर्व में इसी लाइन से जलापूर्ति होती थी, इससे मिनी अकेलगढ़ से आरपीएस पंप हाउस को पानी पहुंचाया जा सकता है।

वर्तमान में मिनी अकेलगढ़ भी अपनी कुल क्षमता के मुकाबले एक चौथाई क्षमता पर ही जलापूर्ति कर रहा है। इससे जुडऩे वाले कई क्षेत्रों में अभी जलापूर्ति तंत्र विकसित नहीं हुआ। प्लांट में अतिरिक्त पंप लगे हुए हैं जिनसे आरपीएस पंप हाउस को पानी पहुंचाया जा सकता है।

18 इंची पाइप लाइन पर लगाएं पंप

जवाहर नगर टंकी को भरने के लिए 1100 एमएम की पाइप लाइन से पहले पानी आरपीएस पंप हाउस आता है, यहां से उल्टा जवाहर नगर जाता है। जबकि जवाहर नगर उच्च जलाशय को सीधे अकेलगढ़ से भरने के लिए 6 वर्ष पूर्व ही 18 इंची लाइन अलग से बिछाई जा चुकी है।

इस पाइप लाइन को चालू करने के लिए अकेलगढ़ हैडवक्र्स के पंप हाउस में 150 एचपी का अतिरिक्त पंप लगाया जाना था, लेकिन पंप आज तक नहीं लगा। इससे करीब 2 करोड़ रुपए खर्च कर बिछाई गई यह पाइप लाइन अभी बेकार पड़ी हुई है। यदि पंप लगा दिया जाए तो जवाहर नगर टंकी भरने की समस्या भी सुलझ सकतीहै।

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