यह पड़ा असर
-डॉक्टरों के लगातार पॉजिटिव आने से मेडिकल कॉलेज के अस्पतालों में रूटीन ऑपरेशन बंद कर दिए हैं।
-अस्पताल मरीजों से भरे हुए हैं। ऑक्सीजन वाले बेड कम पड़ रहे हैं। मरीजों को होम आइसोलेट कर रखा है, लेकिन दवाइयां तक नहीं मिल पा रही हैं।
-कोरोना योद्धाओं के संक्रमित होने से सेम्पलिंग के काम पर असर पड़ा। आरआरटी व एसआरटी टीमों के स्टाफ को सेम्पलिंग कार्य से हटाकर वापस अस्पतालों में लगाया।
ये हुए संक्रमित
-प्राइवेट डॉक्टर: 40
– सरकारी डॉक्टर: 35
– सेवारत चिकित्सक: 35
– रेजीडेंट डॉक्टर: 70
– नर्सिंस्टाफ :102
– लैब टेक्निशियन:20
मेडिकल कॉलेज के कोविड अस्पताल में रोटेशन से काम नहीं हो रहा है। कोविड अस्पताल में कार्यरत नर्सिंग लगातार छह माह से काम कर रहे हैं। एक नर्सिंग महिला स्टाफ दोबारा पॉजिटिव आ चुकी है। उच्चाधिकारियों को स्टाफ बदलने के लिए लिखा हुआ है, लेकिन नहीं बदला जा रहा है। रोटेशन से ही स्टाफ संक्रमित होने से बचेगा।
-अजय मेहरा, कोटा जिलाध्यक्ष, राजस्थान नर्सेज एसोसिएशन