
कोटा . मंडल रेलवे से गुजरने वाली ऐसी सभी ट्रेनों की रफ्तार में जल्द इजाफा होगा, जिनमें एलएचबी तकनीक के कोच लगाए जा चुके हैं। इसके लिए पिछले दिनों मथुरा-नागदा के बीच सफलतापूर्वक स्पीड ट्रायल कर लिया गया है। इसकी रिपोर्ट मुख्यालय को इंजीनियरिंग विभाग की ओर से भेजी जा रही है।
मंडल रेलवे से गुजरने वाली अप-डाउन मिलाकर करीब 16 ट्रेनों में एलएचबी रैक हैं, लेकिन इनमें से केवल राजधानी और दूरंतो एक्सप्रेस श्रेणी की 8 ट्रेनें ही अधिकतम 130 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से दौड़ रही हैं। अन्य 6 अप-डाउन टे्रनों की अधिकतम रफ्तार 110 किमी प्रति घंटे है। इस ट्रायल के बाद इन 6 ट्रेनों की रफ्तार भी 130 प्रतिघंटे हो जाएगी। रेलवे की मिशन रफ्तार परियोजना के तहत दिल्ली-मुंबई रेलमार्ग पर रफ्तार की कई बाधाओं को हटाया गया है।
इनकी बढ़ेगी रफ्तार
भविष्य में 130 प्रतिघंटे की रफ्तार से चलने वाली ट्रेनों में भगत की कोठी-बिलासपुर-भगत की कोठी एक्सप्रेस, सराय रोहिल्ला-इंदौर-सराय रोहिल्ला इंटरसिटी, मद्रास-बीकानेर-मद्रास अणुवृत्त एक्सप्रेस, बान्द्रा-निजामुद्दीन संपक्र क्रांति, गुजरात संपर्क क्रांति एक्सप्रेस शामिल है। इसके अलावा मंडल के सवाईमाधोपुर से गुजरने वाली जियारत एक्सप्रेस भी शामिल है।
धीरे-धीरे 200 तक पहुंचेगी रफ्तार
पिछले साल बजट में मुंबई से दिल्ली का सफर वाया कोटा होकर भविष्य में 200 किमी की रफ्तार से ट्रेनें चलाने के लिए नई परियोजना को मंजूरी दी गई थी। इसके लिए 1070 करोड़ रुपए का प्रावधान किया गया है। इस परियोजना के तहत सिग्नल तंत्र अपगे्रड होंगे और रेलपथ के ढांचे को सुदृढ़ किया जाएगा। समपार फाटकों को हटाने के लिए रेल ओवरब्रिज का निर्माण किया जाएगा। यह परियोजना पूरी होने पर कोटा से दिल्ली और कोटा मुंबई की समय अवधि भी घट जाएगी। ट्रेनें तेजी गति से चलने के कारण उनकी संख्या में भी इजाफा किया जाएगा।
Updated on:
28 Jan 2018 12:16 pm
Published on:
28 Jan 2018 08:14 am
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