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कृषि मंत्री किसानों की मदद के लिए खोलेंगे कॉल सेन्टर, होगी अब माॅर्डन खेती

कोटा. कृषि विश्वविद्यालय में गुरुवार को कृषि मंत्री प्रभूलाल सैनी ने कृषि प्रौद्योगिकी प्रबंधन एवं गुणवत्ता सुधार केन्द्र का शिलान्यास किया।

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कोटा

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abhishek jain

Sep 21, 2017

Agriculture Minister Innaugurate Technology Management Center

कोटा. कृषि विश्वविद्यालय में गुरुवार को कृषि मंत्री प्रभूलाल सैनी ने कृषि प्रौद्योगिकी प्रबंधन एवं गुणवत्ता सुधार केन्द्र का शिलान्यास किया।

कोटा. कृषि विश्वविद्यालय में गुरुवार को कृषि मंत्री प्रभूलाल सैनी ने कृषि प्रौद्योगिकी प्रबंधन एवं गुणवत्ता सुधार केन्द्र का शिलान्यास किया। इस पर करीब 292.70 लाख रुपए खर्च होंगे। इस केन्द्र में कृषि म्यूजियम, सभागार, स्मार्ट क्लास, वीडियो कॉन्फ्रेंस रूम एवं कियोस्क का निर्माण किया जाएगा। इस केन्द्र से संबंधित तीन रिसोर्स सेन्टर कृषि विज्ञान केन्द्र झालावाड़, सवाईमाधोपुर एवं अन्ता पर स्थापित किए जाएंगे।

यह केन्द्र कृषकों के लिए कृषि संबंधी नवीनतम तकनीकी जानकारी उपलब्ध कराने के लिए एकल खिड़की का कार्य करेगा। जिसमें किसानों को कृषि सलाह सेवा हेतु कॉल सेन्टर, विडियो कॉन्फ्रेन्सिंग, आवश्यकतानुसार प्रशिक्षण कार्यक्रम एवं अन्य प्रसार गतिविधियों का संचालन किया जाएगा।

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मॉडल डेयरी इकाई भी खुली

कृषि विज्ञान केन्द्र, कोटा पर निर्मित मॉडल डेयरी इकाई का उद्घाटन भी कृषि मंत्री ने किया। उन्होंने बताया कि ए-2 दूध की भारी मांग को देखते हुए देशी गायों की उत्पादकता बढ़ाकर किसानों की आय में बढ़ोतरी की जा सकती है।

मुम्बई एवं दिल्ली में यह दूध 100 से 200 रुपए प्रति लीटर तक बिक रहा है। मॉडल डेयरी में 16 गिर नस्ल की गायें खरीदी गई हैं। इससे प्रेरित होकर कोटा जिले में 40 युवाओं ने स्वयं की डेयरी स्थापित की है। परियोजना के प्रभारी डॉ. महेन्द्र गर्ग ने बताया कि हाड़ौती संभाग में पानी व हरा चारा पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध होने से डेयरी उद्योग का अच्छा भविष्य है।

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इनका किया अवलोकन

मंत्री ने दलहन सीड हब के तहत उत्पादन किए जा रहे मूंग, उड़द की फसलों व कृषि विज्ञान केन्द्र कोटा की खाद्य प्रसंस्करण इकाई के सोयाबीन प्रसंस्करण प्लान्ट का भी अवलोकन किया। सोयामिल्क की प्रोसेस को देखा।

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इनका किया सम्मान

मंत्री ने खाद्य प्रसंस्करण के प्रशिक्षार्थियों एवं सफल उद्यमियों से भी चर्चा की तथा सफ ल उद्यमियों को उनके द्वारा प्रशंसा पत्र प्रदान किए गए। इस मौके पर सैनी ने कहा कि सीखने की कोई उम्र नहीं होती। कृषक अपने खेतों पर यदि खाद्य प्रसंस्करण इकाइयों की स्थापना करते है तो राज्य सरकार 40 प्रतिशत अनुदान उपलब्ध कराएगी। उन्होंने कृषि विश्वविद्यालय कोटा के न्यूज लेटर का विमोचन किया। मंत्री ने कृषि अनुसंधान केन्द्र उम्मेदगंज में कृषि अनुसंधान के विभिन्न प्रयोगों का अवलोकन किया।

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आयोजन में कुलपति प्रो. जी.एल. केशवा, प्रसार शिक्षा निदेशक डॉ. के.एम. गौतम, अनुसंधान निदेशक डॉ. प्रताप सिंह, मानव संसाधन विकास के निदेशक डॉ. के.एन. ओझा, पी.एम.ई निदेशक डॉ. ममता तिवारी एवं कृषि विज्ञान केन्द्र कोटा के प्रभारी डॉ. महेन्द्र सिंह, भाजपा शहर अध्यक्ष हेमन्त विजय, देहात जिलाध्यक्ष जयवीर सिंह, थोक फल सब्जी मंडी के चेयरमैन ओम मालव आदि मौजूद रहे।