
दसवीं के बाद कई स्टूडेंट्स और पेरेंट्स आगे की पढ़ाई के लिए सब्जेक्ट चयन को लेकर कन्फ्यूज रहते हैं। बच्चे को क्या सब्जेक्ट दिलाया जाए, इसके लिए वे कुंडली, पंडित और कॅरियर काउंसलर तक की मदद लेते हैं। अब इसके लिए एआई टूल भी बनने लगे हैं। जो बच्चे की रूचि और खूबी को भांपकर उसे सब्जेक्ट चयन में मदद करता है। कोटा में नीट और जेईई के लिए अब एआई काउंसलर का प्रयोग होने लगा है।
कोटा के एक कोचिंग इंस्टीट्यूट ने इसके लिए एक विशेष प्रोग्राम जेईई एंड नीट डिफरेंशियेटर लॉन्च किया। यह प्रोग्राम कक्षा 9 और 10 के स्टूडेंट्स के लिए तैयार किया गया है। यह टूल डॉक्टर या इंजीनियर बनने की इच्छा रखने वाले छात्रों के लिए मददगार साबित होगा।
आकाश इंस्टीट्यूट राजस्थान के रीजनल डॉयरेक्टर अखिलेश दीक्षित ने बताया कि JND एक उन्नत टूल है। जिसे आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस और नीट व आईआईटी की कोचिंग करवाने वाली अनुभवी फैकल्टी ने तैयार किया है। इसका उद्देश्य छात्रों की अंतर्निहित अभिरुचियों को पहचानकर यह बताना है कि इस समय उनका आंतरिक झुकाव नीट या आईआईटी में से किस दिशा में हैं।
Published on:
31 Jul 2024 05:03 pm
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