‘नमो टी‘ पर चाय की चुस्कियां (Namo Tea Stall)
कार्यक्रम को लुभाने के लिए ‘नमो टी‘ की स्टॉल लगाई गई है। नमो टी स्टॉल पर 25 हजार से अधिक कार्यकर्ताओं के चाय का बंदोबस्त किया गया है। मौसम में घुली ठण्डक के बीच कार्यकर्ता सुबह से यहां चाय की चुस्कियां लेने में मशगूल है। ‘नमो टी‘ के अलग-अलग काउन्टर लगाए गए हैं। रजिस्ट्रेशन करवाने के लिए कार्यकर्ताओं का तांता सुबह 11 बजे से काउन्टर पर रजिस्ट्रेशन करवाने के लिए कार्यकर्ताओं का तांता लगा रहा। यहां तीस काउन्टर बनाए गए हैं, जिस पर मौके पर ही कार्यकर्ताओं का रजिस्ट्रेशन कर कार्ड जारी किए जा रहे हैं। सांसद ओम बिरला व विधायक संदीप शर्मा सुबह करीब 1 बजे कार्यक्रम स्थल पर पहुंचकर व्यवस्थाओं में जुटी टीम को आवश्यक दिशा निर्देश दिए।
कार्यक्रम को लुभाने के लिए ‘नमो टी‘ की स्टॉल लगाई गई है। नमो टी स्टॉल पर 25 हजार से अधिक कार्यकर्ताओं के चाय का बंदोबस्त किया गया है। मौसम में घुली ठण्डक के बीच कार्यकर्ता सुबह से यहां चाय की चुस्कियां लेने में मशगूल है। ‘नमो टी‘ के अलग-अलग काउन्टर लगाए गए हैं। रजिस्ट्रेशन करवाने के लिए कार्यकर्ताओं का तांता सुबह 11 बजे से काउन्टर पर रजिस्ट्रेशन करवाने के लिए कार्यकर्ताओं का तांता लगा रहा। यहां तीस काउन्टर बनाए गए हैं, जिस पर मौके पर ही कार्यकर्ताओं का रजिस्ट्रेशन कर कार्ड जारी किए जा रहे हैं। सांसद ओम बिरला व विधायक संदीप शर्मा सुबह करीब 1 बजे कार्यक्रम स्थल पर पहुंचकर व्यवस्थाओं में जुटी टीम को आवश्यक दिशा निर्देश दिए।
बीस हजार कार्यकर्ताओं के बैठने की व्यवस्था
यहां बीस हजार कार्यकर्ताओं के बैठने की व्यवस्था की गई है। शाह का सबसे बड़ा और महत्वपूर्ण कार्यक्रम कॉमर्स कॉलेज परिसर का ‘साइबर वॉलियंटर मीट’ साइबर योद्धा कार्यक्रम है। वाटरप्रूफ एल्यूमिनयम का डोम तैयार किया गया है। यहां आठ डोम बना गए हैं। इसमें महिला साइबर वॉलियंटर के बैठने के लिए रानी लक्ष्मीबाई पांडाल व इसके अलावा श्यामा प्रसाद मुखर्जी, पंडित दीनदयाल उपाध्याय, स्वामी विवेकानंद, सुंदरसिंह भण्डारी, भैंरोसिंह शेखावत तथा केशव व माधव प्रांगण (ब्लॉक) बनाए गए हैं। इनमें 15 हजार से अधिक कुर्सियां लगाई है।
यहां बीस हजार कार्यकर्ताओं के बैठने की व्यवस्था की गई है। शाह का सबसे बड़ा और महत्वपूर्ण कार्यक्रम कॉमर्स कॉलेज परिसर का ‘साइबर वॉलियंटर मीट’ साइबर योद्धा कार्यक्रम है। वाटरप्रूफ एल्यूमिनयम का डोम तैयार किया गया है। यहां आठ डोम बना गए हैं। इसमें महिला साइबर वॉलियंटर के बैठने के लिए रानी लक्ष्मीबाई पांडाल व इसके अलावा श्यामा प्रसाद मुखर्जी, पंडित दीनदयाल उपाध्याय, स्वामी विवेकानंद, सुंदरसिंह भण्डारी, भैंरोसिंह शेखावत तथा केशव व माधव प्रांगण (ब्लॉक) बनाए गए हैं। इनमें 15 हजार से अधिक कुर्सियां लगाई है।