
कोटा .
सड़क पर घायलों की जान बचाने के लिए 1 जनवरी से शहर की पांच संस्थाएं मिलकर 1 हजार ऑटो एम्बुलेंस चलाने जा रही हैं।
दुर्घटना स्थल से गुजरने वाले 'ऑटो एंबुलेंस' लिखे किसी भी ऑटो को रोककर घायल को अस्पताल तक पहुंचाया जा सकेगा। इस कार्य के लिए ऑटो चालक घायल या उसके परिजन से कोई भी चार्ज नहीं करेगा।
इसके साथ ही एक वाट्सअप नम्बर भी जारी किया जाएगा जिस पर सूचना दी जा सकेगी। संदेश पढ़कर नजदीकी ऑटो चालक पहुंच घायल को अस्पताल पहुंचाएगा। फिलहाल 1000 ऑटो चालकों ने इस कार्य के लिए सहमति दे दी है। इन ऑटो पर पीछे की ओर 'दुर्घटना के वक्त नि:शुल्क एंबुलेंस' अंकित किया जा रहा है। ऑटो चालक को किसी भी घायल को अस्पताल पहुंचाने के लिए किराया दिया जाएगा।
चालकों को ट्रेनिंग
कोटा ऑटो यूनियन के अध्यक्ष अनीस राईन ने बताया कि ऑटो चालकों को घायल के उपचार से सम्बंधित सीपीआर की ट्रेनिंग भी दी जाएगी। ऑटो में कई जीवन रक्षक दवाएं भी होंगी। ऑटो चालक को पुरस्कृत भी किया जाएगा।
कई अस्पताल राजी
सड़क सुरक्षा समिति के सदस्य भुवनेश गुप्ता ने बताया कि ऑटो चालक को किराया देने के लिए अस्पतालों से बात की जा रही है। कई अस्पताल तो राजी भी हो गए हैं। शहर में कहीं से भी घायल को लाने पर 150 रुपए दिए जाएंगे, वहीं कोटा के बाहर से लाने पर 200 रुपए। एमबीएस व जेके लोन में एक काउंटर बनाया जा रहा है जिसमें कई लोग सहयोग कर रहे हैं। ये ऑटो किराए को देने के लिए राशि देने के लिए सहमत हो गए हैं।
बनाई समिति
इसके लिए 'जीवन रक्षक समिति' बनी। इसमें सड़क सुरक्षा समिति के अध्यक्ष राजेन्द्र अग्रवाल, सचिव दिनेश विजय, जीवन दाता टीम से सूर्य प्रकाश शर्मा, वर्धमान जैन, लॉयंस क्लब टेक्नो से भुवनेश गुप्ता, ऑटो यूनियन से अनीस राईन शामिल हुए।
Published on:
28 Dec 2017 11:28 am
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