11 दिसंबर 2025,

गुरुवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

कोटा की बहु-साढ़े चार साल के बच्चे की मां बनी मिसेज इंडिया फोटोजेनिक, 400 प्रतिभागियों को पीछे छोड़ा

कोटा. कोटा की साढ़े चार साल के बेटे की मां तनुजा टाक फैशन की दुनिया का नया सितारा बनकर उभरी हैं।

2 min read
Google source verification

कोटा

image

abhishek jain

Dec 27, 2017

तनुजा टाक

कोटा .

कोटा की तनुजा टाक फैशन की दुनिया का नया सितारा बनकर उभरी हैं। साढ़े चार साल के बेटे की इस मां ने देशभर से आई 400 मॉडल को पीछे छोड़ मिसेज इंडिया फोटोजेनिक का खिताब जीता है। हालांकि तनुजा मॉडलिंग के बजाय फैशन डिजाइनिंग की दुनिया में नाम कमाना चाहती हैं।
महिलाओं की मॉडलिंग प्रतिभा को विश्व पटल पर उभारने के लिए पिछले कई सालों से मिसेज इंडिया कॉन्टेस्ट का आयोजन किया जा रहा है।
ब्रेस्ट कैंसर के प्रति जागरूकता लाने की थीम पर आयोजित प्रतियोगिता के पहले चरण में देश के सभी राज्यों से 400 महिलाओं को चुना गया। कई राउंड तक चली चयन प्रक्रिया को पूरा कर तनुजा फाइनल राउंड तक पहुंचने वाली 60 मॉडल में शामिल होने में सफल रहीं।

Read More: कोटा के निगम और पुलिस को हुआ जलेबी की चाशनी का नशा, पूरी तरह से डूबा

गुरुग्राम में जीता खिताब
गुरुग्राम के पांच सितारा होटल में 23 दिसम्बर को मिसेज इंडिया का फिनाले आयोजित हुआ। पहले राउंड में ऑउट फिट वेस्टर्न गाउन, दूसरे में एथेनिक कुर्ती तथा अंतिम राउंड में वेडिंग गाउन कम्पीटिशन हुआ। इसके बाद मुम्बई की मयंका हितेन पटेल मिसेज इंडिया 2017 चुनी गईं। वहीं कोटा की तनुजा टाक को मिसेज इंडिया फोटोजेनिक चुना गया, जबकि चंडीगढ़ की राजबीर रंधावा प्रथम रनर अप तथा जयपुर की पूनम कोठारी द्वितीय रनर अप रही।

Read More: मानवता शर्मसार! कड़ाके की ठण्ड में तड़पता रहा साहिल, बोला भगवान मुझे बचालो, फिर भी नही पसीजा पत्थर दिल

फैशन की दुनिया में चाहती हैं नाम
तनुजा ने बताया कि वह मॉडलिंग की बजाय फैशन डिजाइनिंग की दुनिया में नाम कमाना चाहती हैं। निफ्ट हैदराबाद से फैशन मैनेजमेंट में मास्टर डिग्री भी हासिल की है। उन्होंने कहा, लड़कियों को शादी के बाद भी अपनी हसरतें पूरी करने का हक है। बहू की बजाय बेटी बनकर नाम कमा सकें, इसलिए ससुराल और पति को उनकी मदद करनी चाहिए।

अपना उदाहरण देते हुए कहती हैं कि पति धीरज टाक कोचिंग संस्थान में कैमिस्ट्री की फैकल्टी हैं और साढ़े चार साल का बेटा है। व्यस्तता के बीच कॉम्पीटशन की तैयारी करने का वक्त निकालना बेहद मुश्किल था, लेकिन सास कैलाश टाक और ससुर अमरचंद टाक ने पूरी मदद की।