
Black flag shown to chairman of Rajasthan Waqf Board
भंसाली की फिल्म पदमावती की रिलीज रोकने के लिए राजस्थान सरकार की ओर से कोई कोशिश ना करने से लोगों का गुस्सा अब आक्रोश में तब्दील होने लगा है। सरकार का प्रतिनिधित्व कर रहे मंत्री और बोर्ड के चेयरमैनों का बहिष्कार और विरोध का दौर भी शुरू हो गया है। बारां के मांगरौल कस्बे में रविवार को इस गुस्से का शिकार राजस्थान वक्फ बोर्ड के चेयरमैन अब्बू बकर नकवी हो गए। सम्मान समारोह में शामिल होने जा रहे चेयरमैन के काफिले को लोगों ने घेर लिया और काले झंडे दिखाने लगे। बकार का ड्राइवर जैसे-तैसे गाड़ी भगाकर वहां से निकला। हालांकि पुलिस को घटना की जानकारी तक नहीं लग सकी।
राजस्थान वक्फ बोर्ड चेयरमेन के अब्बू बकर नकवी का रविवार को मांगरोल मे इस्लामिया स्कूल में वक्फ बोर्ड की ओर से सम्मान समारोह आयोजित किया गया था। नकवी के मांगरौल आने की खबर करणी सेना के कार्यकर्ताओं को लग गई तो उन्होंने मांगरोल से किशनगंज जाने के दौरान मांगरौल बस स्टेंड पर नकवी का काफिला रोक लिया। करणी सेना के कार्यकर्ता नकवी की गाड़ी को चारों ओर से घेर कर काले झंडे दिखाने लगे। इस दौरान बस स्टेंड पर कोई पुलिस कर्मी मौजूद ना होने के कारण बेहद विवाद की स्थिति बन गई।
ड्राइवर ने भगाई गाड़ी
राजस्थान वक्फ बोर्ड चेयरमेन के अब्बू बकर नकवी को काले झंडे दिखा रहे करणी सेना के कार्यकर्ता उन्हें गाड़ी से उतर कर फिल्म पदमावती की रिलीज का विरोध करने की मांग कर रहे थे, लेकिन नकवी इस दौरान गाड़ी में ही बैठे रहे। जैसे ही उनके ड्राइवर को मौका मिला उसने भीड़ के बीच से बड़ी सूझ-बूझ से गाड़ी निकालकर आगे की ओर भगा दी। इसके बाद ही वह करणी सेना के कार्यकर्ताओं के आक्रोश से बच सके।
पुलिस को नहीं लगी खबर
नकवी को काले झंडे दिखाकर पदमावती फिल्म के प्रदर्शन का विरोध जता रहे करणी सेना के कार्यकर्ताओं ने उनकी गाड़ी को काफी देर तक रोक कर रखा, लेकिन इस पूरे घटनाक्रम की पुलिस को खबर तक नहीं लगी। मांगरोल थानाधिकारी जगदीश मीणा से जब इस बारे में पूछा गया तो उन्होंने साफ-साफ कह दिया कि उन्हें इस घटना की कोई जानकारी नहीं है। नकवी का काफिला निकल जाने के बाद करणी सेना के कार्यकर्ताओं ने सरकार और फिल्म के निर्देशक संजय लीला भंसाली के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।
Published on:
12 Nov 2017 04:55 pm
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