
कोटा.
जेके लोन अस्पताल में एक गभीर बीमारी से ग्रस्त मासूम बच्ची के लिए एक व्यक्ति फरिश्ता बन आया। गरीब माता-पिता की इस लाडली के समुचित उपचार की व्यवस्था नहीं पाकर उसके मन में ऐसी संवेदना जागी कि उसने इसकी शिकायत चाइल्ड हेल्थ परियोजना निदेशक जयपुर को कर दी। इस शिकायत के दूसरे दिन बाद ही चाइल्ड हेल्थ परियोजना निदेशक ने मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी को बच्ची की समुचित सार संभाल के निर्देश दिए। यहीं नहीं बच्ची का अब नि:शुल्क इलाज भी होगा।
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कैथून निवासी इमदाद ने बताया कि उनकी ढाई साल की बेटी अलसीफा को जन्मजात ब्रेन का डवलपमेंट नहीं होने की बीमारी है। उसे 22 जनवरी को जेके लोन अस्पताल में भर्ती कराया। शुक्रवार को इमदाद की बहन का दोस्त केरला निवासी रोबिन अस्पताल आया। उसने वहां मौजूद अटेंडेंट व चिकित्साकर्मी से अलसीफा की बीमारी के बारे में पूछा। उसे किसी ने सही जवाब नहीं दिया।
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बच्ची को बीमारी को लेकर वह व्यथित हो उठा और उसने चाइल्ड हेल्थ परियोजना निदेशक जयपुर को मेल पर शिकायत कर दी। दूसरे ही दिन निदेशक ने सीएमएचओ कार्यालय कोटा से इस केस की जानकारी ली और अलसीफा की देखभाल व समुचित इलाज के निर्देश दिए। इसके बाद सीएमएचओ कार्यालय हरकत में आ गया। कार्यालय ने लाडपुरा ब्लॉक की राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम की चार जनों की टीम गठित कर देखभाल बच्ची की देखभाल में लगा दिया।
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आरसीएचओ डॉ. एमके त्रिपाठी ने बताया कि अलसीफा का राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम में चयन किया गया है। अब उसका नि:शुल्क इलाज होगा। आंगनबाड़ी केन्द्र पर भी उसका पंजीयन किया जाएगा। उधर, जेके लोन अस्पताल के पीडियाट्रिक सर्जन अमृत लाल बैरवा ने बताया कि बच्ची के पिता से बीमारी से संबंधित पूरी जानकारी ली है। हालांकि उन्होंने शिकायत की जानकारी तक नहीं है। बच्ची का पिता कारीगर है।
Updated on:
04 Feb 2018 12:37 pm
Published on:
04 Feb 2018 12:36 pm
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