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चम्बल रिवरफ्रंट: तीन सौ सात करोड़ में बनेगी रिटेनिंग वॉल

विधानसभा में मंत्री ने यह बताया कि चम्‍बल नदी को प्रदूषण से मुक्‍त करने के लिए दोनों तरफ के नालों को ट्रेप करते हुए गंदे पानी को शुद्ध करने के लिए एसटीपी का निर्माण किया जाएगा। दोनों किनारों पर घाट का निर्माण एवं विभिन्‍न प्रकार के स्‍कल्‍पचर तथा ऐतिहासिक फसाड़ का कार्य भी होगा।

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कोटा। चम्बल नदी जहां रिवरफ्रंट विकसित किया जा रहा है।

कोटा.चम्बल रिवर फ्रंट योजना के तहत कोटा बैराज से नयापुरा पुलिया तक रिटेनिंग वॉल के निर्माण पर करीब 307 करोड़ रुपए खर्च होंगे। बैराज से चम्बल पुलिया तक ईस्ट बैंक फसाड़ कार्य पर 130 करोड़ रुपए और वेस्ट बैंक फसाड़ कार्य पर 90 करोड़ रुपए खर्च होंगे। वहीं रिवरफ्रंट पर सीवर प्रबंधन, विद्युत और पानी के कार्यों पर 190 करोड़ रुपए खर्च होंगे। यह जानकारी विधायक संदीप शर्मा के सवाल के लिखित जवाब में नगरीय विकास मंत्री शांति धारीवाल ने बुधवार को विधानसभा में दी। उन्होंने बताया कि योजना के तहत 42 करोड़ की लागत से बैराज के पास गार्डन और 34 करोड़ की लागत से नयापुरा पुलिया के पास गार्डन का निर्माण किया जाएगा। यहां 2.90 करोड़ की लागत से पार्र्किंग स्थल का निर्माण किया जाएगा। रिवरफ्रंट पर बिजली आपूर्ति के लिए 33 केवी विद्युत सब स्टेशन का भी निर्माण होगा। इस कार्य पर 5 करोड़ 40 लाख रुपए खर्च होंगे। सदन में धारीवाल ने बताया कि सरकार की कोटा शहर में चम्‍बल नदी के पास रिवरफ्रंट बनाने की योजना के तहत कोटा शहर में चम्‍बल नदी के किनारे बसी बस्तियों को बाढ़ से बचाने के लिए रिटेनिंग वॉल का निर्माण कार्य पूर्ण किया जाना प्रस्‍तावित है। चम्‍बल नदी को प्रदूषण से मुक्‍त करने के लिए दोनों तरफ के नालों को ट्रेप करते हुए गंदे पानी को शुद्ध करने के लिए एसटीपी प्‍लांट का निर्माण किया जाना प्रस्‍तावित है। दोनों किनारों पर घाट का निर्माण एवं विभिन्‍न प्रकार के स्‍कल्‍पचर तथा ऐतिहासिक फसाड़ आदि का कार्य करवाया जाना प्रस्‍तावित है। मंत्री ने यह भी बताया कि चम्‍बल रिवरफ्रंट का कार्य नगर विकास न्‍यास की ओर से अपने वित्तीय संसाधनों से करवाया जा रहा है। चम्‍बल रिवरफ्रंट योजना की प्रारंभिक लागत 800 करोड़ रुपए का आकलन किया गया था। वित्तीय वर्ष 2020-21 में न्‍यास ने अपने बजट में 75 करोड़ रुपए का प्रावधान रखा, अभी परियोजना की लागत में कोई बढ़ोतरी संभावित नहीं है।