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स्वच्छता मिशन को ताक में रख आयुक्त की टेबल पर चाशनी समझ धूल चाट रही फाइलें

राष्ट्रीय स्वच्छता रैंकिंग में आगे रहने के लिए कस्बों से लेकर बड़े शहरों ने पूरी ताकत झोंक रखी है, वहीं कोटा नगर निगम प्रशासन खींचतान में उलझा है।

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कोटा

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abhishek jain

Dec 27, 2017

Protest

कोटा .

जनवरी में होने वाले राष्ट्रीय स्वच्छता रैंकिंग में आगे रहने के लिए कस्बों से लेकर बड़े शहरों ने पूरी ताकत झोंक रखी है, वहीं कोटा नगर निगम प्रशासन खींचतान में उलझा है। जनता ने अपने स्तर पर जागरुकता के लिए मुहिम शुरू की थी, लेकिन न आयुक्त ने इसमें रूचि ली, न महापौर ने। निगम प्रशासन और भाजपा बोर्ड ठेकों में ही उलझा है।

कामकाज की स्थिति यह कि एक ठेकेदार को तो जुलाई से भुगतान नहीं हुआ, कुछ ठेकेदारों को नवम्बर तक का भुगतान कर दिया गया। शहर के मुख्य मार्गों की सफाई की ठेका फर्म को तो पिछले छह माह से भुगतान नहीं किया गया। फाइल आयुक्त के टेबल पर धूल खा रही बताई। भुगतान नहीं मिलने से खफा ठेका सफाई कर्मचारियों ने काम बंद कर मंगलवार को सिविल लाइंस स्थित आयुक्त के आवास के समक्ष प्रदर्शन किया।

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नगर निगम ने शहर के मुख्य मार्गों और सेक्टर 4 और 15 के वार्डों की सफाई का ठेका मिश्रा एंटरप्राइजेज को दे रखा है। इस फर्म को जुलाई से भुगतान नहीं किया गया है। इस कारण ठेकेदार ने सफाई श्रमिकों को भुगतान नहीं किया। ठेकेदार का कहना है कि हर माह करीब 25 लाख रुपए का बजट होता है, कहां से वेतन का भुगतान करें, निगम प्रशासन ने अभी तक भुगतान नहीं किया। जबकि हर माह बिल निगम प्रशासन को दे दिया जाता है।

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परेशान है जनता
ठेकेदार और निगम के बीच भुगतान विवाद का असर सीधा जनता पर पड़ रहा है। ठेका सफाई कर्मचारियों की हड़ताल के कारण एक दर्जन वार्डों में सफाई नहीं हो रही है। वार्डों में कचरा फैला है। जनता परेशान है। पार्षदों का कहना है कि निगम आयुक्त को अवगत करा दिया है, लेकिन कोई समाधान नहीं निकला। यही हाल शहर के मुख्य मार्गों का है। स्थिति यह है सिविल लाइंस में ही जगह-जगह कचरे के ढेर लगे हैं।

आयुक्त के घर डेरा : सफाई श्रमिक बोले, घर से नहीं निकलने देंगे
वेतन भुगतान नहीं होने से परेशान होकर सफाई श्रमिक मंगलवार सुबह सिविल लाइंस में एकत्र हो गए और यहां आयुक्त डॉ. विक्रम जिंदल के घर के बाहर डेरा डाल दिया। श्रमिकों ने स्पष्ट कह दिया कि भुगतान नहीं होने प्रतिदिन यहां डेरा डाला जाएगा। आयुक्त को घर से नहीं निकलने देंगे। भुगतान नहीं मिलने से बच्चों की स्कूल फीस जमा नहीं कर पा रहे हैं। खाने तक के लाले पड़ गए। सफाई श्रमिकों ने बताया कि पिछले सप्ताह विधायक भवानीसिंह राजावत को भी वेतन नहीं मिलने की समस्या बताई थी, उन्होंने दो-तीन दिन में भुगतान का आश्वासन दिया, लेकिन अब तक कुछ नहीं हुआ।

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स्वच्छता रैकिंग में सुधार के लिए पार्षद निभाएंगे भागीदारी
जनवरी में होने वाले स्वच्छता सर्वेक्षण के मद्देनजर जिला कलक्टर रोहित गुप्ता ने मंगलवार को कोटा उत्तर के पार्षदों की बैठक बुलाई। इसमें स्वच्छता सर्वेक्षण में रैंकिंग सुधारने के लिए पार्षदों की सक्रिय भागीदारी निभाने पर जोर दिया। बैठक में महापौर महेश विजय, आयुक्त डा. विक्रम जिंदल भी मौजूद थे। जिंदल ने स्वच्छता रैंकिंग के मापदण्डों के बारे में बताया। केन्द्रीय शहरी मंत्रालय की टीम रैंकिंग के दौरान क्या-क्या देखेगी, इसके बारे में बताया। पार्षदों ने समय पर कचरा नहीं उठाने, सफाई श्रमिकों को समय पर भुगतान नहीं होने संबंधित समस्याएं रखी। महापौर महेश विजय ने सभी वार्डों को ओडीएफ बनाने पर जोर दिया।

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ट्रेचिंग ग्राउण्ड पर घालमेल से महापौर को अवगत कराया
कांग्रेस पार्षदों ने मंगलवार को महापौर से मुलाकात कर कचरा परिवहन में चल रहे घालमेल पर अंकुश लगाने तथा दोषी ठेकेदारों को ब्लैक लिस्ट करने की मांग की है। नेता प्रतिपक्ष अनिल सुवालका, पार्षद दिलीप पाठक, मोहम्मद हुसैन (मोम्दा), शमा मिर्जा, मोनू कुमारी ने महापौर को बताया कि कचरा परिवहन में किस तरह घालमेल चल रहा है। उन्होंने ट्रैक्टर-ट्रॉलियों के पूरे चक्कर नहीं लगाने, कचरा पूरा नहीं भरने, कचरे की जगह पत्थर भरने के बारे में भी बताया। ट्रेंचिंग ग्राउण्ड पर सीसीटीवी कैमरे खराब होने की जानकारी दी। उन्होंने दोषी ठेकेदारों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है। कांग्रेस पार्षदों ने गड़बड़ी की भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो से जांच कराने की मांग की।

उधर, महापौर महेश विजय का कहना है कि ट्रेंचिंग ग्राउण्ड पर कचरा परिवहन पर निगरानी के लिए बुधवार से सुरक्षा गार्डों की संख्या बढ़ा दी जाएगी। सीसीटीवी कैमरे दुरुस्त करने के निर्देश दिए हैं। ठेकेदार ने सीसीटीवी कैमरे खराब होने की सूचना क्यों नहीं दी, इसके बारे में जवाब-तलब किया गया है।

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आयुक्त से हो गई बात
महापौर महेश विजय का कहना है कि ठेकेदार के भुगतान के संबंध में आज ही आयुक्त से बात हुई है। एक-दो दिन में भुगतान हो जाएगा। संबंधित ठेकेदार के निगम में तीन-चार ठेके चल रहे हैं। कुछ तो भुगतान हो गया है, कुछ बाकी है। गलतफहमी की वजह से भुगतान में देरी हुई। जिला कलक्टर की बैठक में यह बात आई थी।

वार्ड 32 में भी डोर टू डोर कचरा संग्रहण शुरू
वार्ड 32 में भी मंगलवार को डोर टू डोर कचरा संग्रहण शुरू हो गया है। पार्षद मधुकंवर हाड़ा ने टीपर को हरी झण्डी दिखाकर रवाना किया। इस दौरान दुकानदारों व ठेले वालों को डस्टबिन भी वितरित किए गए। इस मौके पर शंकरलाल अग्रवाल, बलवानसिंह, गायत्री शर्मा आदि मौजूद थे।