विद्यार्थियों का कहना है कि विवि के अलावा कॉलेज से भी और छात्रों के निलम्बन की धमकियां दी जा रही हैं। झालावाड़ कॉलेज से भी बार-बार फोन आ रहे हैं कि कैसे भी धरना समाप्त कर दिया जाए। सूत्रों ने बताया कि सूचना दिए बगैर कृषि विवि के बाहर धरने पर बैठने के मामले में उद्यानिकी, वानिकी महाविद्यालय झालावाड़ के प्रबंधन ने 7 विद्यार्थियों को कॉलेज से निलम्बित कर दिया। वहीं 3 छात्राओं को हॉस्टल से बाहर निकालने के आदेश जारी कर दिए हैं।
सुरक्षा का भी सवाल : 13 दिन से धरने पर बैठे विद्यार्थियों में करीब डेढ़ दर्जन छात्राएं भी शामिल हैं। ये सुबह से शाम तक धरने पर बैठती हैं। रात में सड़क किनारे ही लगे टेंट में सो जाती हैं। हनुमानगढ़ निवासी माया गोडेला, बांसवाड़ा की पायल डामोर व अन्य छात्राओं ने बताया कि 13 दिन से यहां धरने पर बैठे हैं, हमेशा सुरक्षा की चिंता सताती रहती है।
सांसद बिरला पहुंचे : शनिवार को सांसद ओम बिरला कृषि विवि के बाहर धरना देकर बैठे विद्यार्थियों के पास पहुंचे। इस दौरान विद्यार्थियों ने सांसद बिरला से वन भर्तियों में उनका कोटा आरक्षित करने की मांग की। छात्र प्रकाश बिश्नोई ने बिरला को बताया कि उनकी कहीं भी सुनवाई नहीं हो रही। विधायक से लेकर सरकार तक के सामने मांग रख चुके। सांसद ने विद्यार्थियों की समस्या का समाधान कराने का आश्वासन दिया।
प्रस्ताव बनाकर भेजा : वहीं कृषि विवि कोटा के कुलपति प्रो. जीएल केशवा का कहना है कि वन भर्तियों में वानिकी विद्यार्थियों का कोटा आरक्षित करने का हमने प्रस्ताव बनाकर सरकार को भेज रखा है। स्टूडेंट कॉलेज में सूचना दिए बगैर धरना दे रहे हैं। ऐसे में कॉलेज के नियमानुसार उन्हें निलम्बित किया गया। सूचना छात्रों के अभिभावकों के पास भी भिजवा दी है। हम विद्यार्थियों को समझा रहे रहे हैं, धमकाने जैसी कोई बात नहीं।