
कोटा.
हार्टवाइज ग्रुप की पहल पर आयोजित की जा रही कोटा शहर की पहली हार्टवाइज हाफ मैराथन वॉक-ओ-रन-2018 के तहत स्वास्थ्य जागरूकता कार्यक्रमों का सिलसिला शुरू हो चुका है। इसके तहत मंगलवार को नयापुरा स्थित उम्मेद क्लब में रोटरी पद्मिनी क्लब के सदस्यों को सीपीआर ट्रेनिंग दी गई।
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सदस्यों ने सीपीआर के माध्यम से लोगों का जीवन बचाना सीखा। क्लब के संरक्षक डॉ.साकेत गोयल ने बताया कि सड़क हादसे या घर में दुर्घटना समेत कई अन्य वजह से घायल होने की स्थिति में यदि थोड़ी जागरूकता हो तो 90 प्रतिशत घायलों का जीवन बचाया जा सकता है। प्रशिक्षण में 40 सदस्यों के परिवारों ने भाग लिया।
इसके साथ ही सभी सदस्यों ने एक संकल्प लिया कि किसी भी परिस्थिति में घायल की मदद करेंगे। डॉ. सुरभि गोयल ने हेल्दी लाइफ स्टाइल के बारे में बताते हुए कहा कि हम दिनचर्या में थोड़ा सुधार तथा खान-पान की आदतों में बदलाव कर स्वस्थ रह सकते हैं। इस अवसर पर हार्टवाइज क्लब के तरूमित बेदी, कमलदीप, अनीश खण्डेलवाल, आशीष अरोड़ा, सोनिया, प्रीति अरोड़ा मौजूद रहे।
प्लेटलेट्स डोनेट कर बचाई जान
ट्रेन से गिरकर गंभीर घायल हुए युवक को एमबीएस अस्पताल में भर्ती कराकर जीवनदाता ग्रुप के सदस्यों ने प्लेटलेट्स देकर उसकी जान बचाई। ट्रेन में सफर करते हुए हरिओम सवाईमाधोपुर से लबान जा रहा था, लाखेरी के पास ट्रेन से गिर गया। स्टेशन मास्टर ने एम्बुलेंस से उसे अस्पताल पहुंचाया। वहां से उसे कोटा रेफर कर दिया।
लाखेरी के पार्षद पवन गोयनका ने राजस्थान रक्तदाता जीवन दाता ग्रुप सदस्य को फोन पर पूरी जानकारी दी। यहां आते ही उसे प्लेटलेट की आवश्यकता हुई, जो मेडिकल स्टॉफ विनोद शर्मा ने देकर उसकी जान बचाई।
Published on:
17 Jan 2018 03:02 pm
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