
सरकार ने 25 फीसदी किराया बढ़ाया फिर भी सिटी बसें चलेगी या नहीं तय नहीं, ऑपरेटर मांगों पर अड़े
कोटा. शहर के लोगों के लिए सबसे सस्ती परिवहन सेवा पर एक बार फिर संकट के बादल छा गए हैं। लोगों की सुविधा के लिए सड़कों पर उतारी गईं 24 में से सिर्फ 5 बसें हीं चल रहीं हैं। बस चालकों की मानें तो शुक्रवार से नगरीय परिवहन सेवा पूरी तरह ठप होने की आशंका है। नगर निगम की ओर से संचालित इस व्यवस्था के दम तोडऩे से लोगों को टेम्पो व ऑटो का सहारा लेना पड़ रहा है। गत दिनों से बसों का संचालन नहीं हो रहा है। निगम द्वारा संचालित ज्यादातर बसें 26 अगस्त से ही बंद हैं, लेकिन इस और निगम ना ही प्रशासन ध्यान दे रहा है।
19 बसें सोमवार से ठप
बस चालकों ने बताया कि बसों में डीजल व मेंटेनेंस नहीं होने से सोमवार से 24 में से केवल 5 ही बसें चल रही हैं। चालकों ने बताया कि गुरुवार को पांच बसों का डीजल भी खत्म हो गया। चालकों ने मेंटेनेंस के लिए खड़ी बसों में से डीजल निकालकर इन पांच बसों को अब तक चलाया, लेकिन गुरुवार शाम तक डीजल की व्यवस्था नहीं हुई तो शुक्रवार से नगरीय परिवहन सेवा पूरी तरह से ठप हो जाएगी।
बसों का मेंटेनेंस नहीं हो पा रहा
सिटी बस प्रबंधक (अर्पित कंस्ट्रक्शन कम्पनी)ेशाहरुख खान ने बताया कि नगरीय परिवहन सेवा के संचालन की जिम्मेदारी आर्या ट्रांससॉल्यूशन कम्पनी की है। कम्पनी की ओर से बसों का मेंटेनेंस नहीं किए जाने से 7 बसें ठप हैं। इनमें से ज्यादातर के टायर गायब हैं। किसी का इंजन खुला है, सामने का शीशा टूटा है। ऐसे में 24 में से 17 बसें ही चालू हालत में हैं। उन्होंने बताया कि जो चल रही हैं वे भी मरम्मत मांग रही हैं। अगर इनकी भी जल्द ही मरम्मत नहीं हुई तो बसें खड़ी हो जाएगी।
कलक्टर ने ली बैठक, नहीं निकला नतीजा
आर्या ट्रांससॉल्यूशन कम्पनी के मैनेजर कृष्ण कुमार झा ने बताया कि निगम बसों के संचालन व मरम्मत का भुगतान समय पर नहीं कर रहा। कम्पनी का निगम पर अगस्त माह तक करीब 6 करोड़ बकाया है। इसके चलते सोमवार से पेट्रोल पम्प वालों ने भी गाडिय़़ों में डीजल भरना बंद कर दिया। भुगतान को लेकर 27 अगस्त को जिला कलक्टर के साथ बैठक हुई थी, लेकिन उसमें भी भुगतान के मामले में कोई निर्णय नहीं हो सका। अगर निगम बकाया भुगतान नहीं करती है तो शुक्रवार से सभी बसें खड़ी हो जाएंगी।
Published on:
30 Aug 2019 07:00 am
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