ओखी के कहर से धूजने लगे लोग, सूर्यदेव भी नहीं आए बाहर, जानिए अब क्या होगा आगे
बूंदी डिप्टी सीएमएचओ के दखल के बाद बुधवार दोपहर 3.30 बजे उन्हें भर्ती किया गया। अस्पताल के जवाबदेह अधिकारी अब कह रहे हैं कि रेजीडेंट रोगी का केस समझ नहीं पाए, इसलिए भर्ती नहीं किया गया।पौष में सावन सी फुहारे, शाम तक नहीं हुई सुबह, हेडलाईट्स में ही दिखी रोशनी…देखिए तस्वीरें
नवम्बर में किया था सर्वे 31 अक्टूबर को बूंदी जिले के केशवरायपाटन निवासी मंजू (30) पत्नी बृजेश पांचाल की इस वायरस के कारण मौत हो हुई थी। चिकित्सा विभाग ने महिला के सिरम (रक्त का नमूना) को जांच के लिए नेशनल इंस्टीट्यूट पुणे भेजा था, जिसमें जांच में जापानी इनसेफेलाइटिस वायरस व एलाइजा पॉजीटिव आया था। उसके बाद 13 नवम्बर को जयुपर से आई टीम ने कस्बे में सर्वे कर कुछ रोगियों के सैंपल लिए थे। इन्हीं सैम्पल की पुणे इंस्टीट्यूट से हाल ही आई रिपोर्ट में केशवरायपाटन निवासी घनश्याम व अनरेठा निवासी बालचंद (35) जापानी इनसेफेलाइटिस पॉजीटिव आया है।
मां घर पर जागती रही और बेटा सो गया मौत की नींद
छह और के लिए सैंपल नवम्बर के सर्वे सैंपल में दो और लोगों के पॉजिटिव आने पर चिकित्सा विभाग में हड़कप मच गया है। जयपुर से मंगलवार को फिर चिकित्सा टीम आई और बुखार व अन्य लक्षणों के आधार पर केशवरायपाटन व अरनेठा में 6 लोगों के सेंपल लिए हैं।