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प्रो-कबड्डी में जय की जयकार:कोटा विवि के दो छात्रों को फ्रेंचाइजी ने दस-दस लाख में खरीदा

इंजीनियरिंग व मेडिकल के बाद अब अन्तरराष्ट्रीय खेलों में भी कोटा अपना परचम लहराने लगा है। भारत के परंपरागत खेल कबड्डी के आधुनिक रूप प्रो-कबड्डी में भी यहां के खिलाडिय़ों की जोरदार मांग है। आईपीएल की तर्ज पर प्रो- कबड्डी में फ्रेंचाइजी ने दो खिलाडिय़ों को दस-दस लाख रुपए में खरीदा है। इसमें एक खिलाड़ी जय भगवान ने मैदान में उतरते ही दो बार मैन ऑफ द मैच रहकर अपनी धाक भी जमा दी है।  

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Nov 12, 2022
प्रो-कबड्डी में जय की जयकार:कोटा विवि के दो छात्रों को फ्रेंचाइजी ने दस-दस लाख में खरीदा

अभिषेक गुप्ता
इंजीनियरिंग व मेडिकल के बाद अब अन्तरराष्ट्रीय खेलों में भी कोटा अपना परचम लहराने लगा है। भारत के परंपरागत खेल कबड्डी के आधुनिक रूप प्रो-कबड्डी में भी यहां के खिलाडिय़ों की जोरदार मांग है। आईपीएल की तर्ज पर प्रो- कबड्डी में फ्रेंचाइजी ने दो खिलाडिय़ों को दस-दस लाख रुपए में खरीदा है। इसमें एक खिलाड़ी जय भगवान ने मैदान में उतरते ही दो बार मैन ऑफ द मैच रहकर अपनी धाक भी जमा दी है।

कोटा विश्वविद्यालय के खेल निदेशक विजय सिंह ने बताया कि कोटा विवि से संबद्ध मां वैभव लक्ष्मी महाविद्यालय मांगरोल के छात्र जय भगवान है। वह अलवर जिले के जाट भगोला गांव निवासी है। खिलाड़ी जय भगवान को यू मुम्बा फ्रेंचाइजी ने दस लाख में खरीदा। जबकि कोटा विवि के छात्र सोनीपत निवासी मोहित दहिया को फ्रेंचाइजी गुजरात जाइंट्स फ्रेंचाइजी ने दस लाख में खरीदा। हालांकि इंजरी के चलते मोहित वापस आ गया, लेकिन जय भगवान प्रो-कबड्डी के लीग में अपनी धाक जमा रहा है। इस लीग में अब तक 8 मैच खेले जा चुके है। जिसमें से दो मैच में जय भगवान मैन ऑफ द मैच जीत चुका है। जबकि तीन माह पहले अगस्त 2022 में प्रो-कबड्डी के लिए फैंचाइजी ने दोनों खिलाडिय़ों की बोली लगाई थी। जय भगवान का अगला लक्ष्य इंडिया टीम के कैंप में चयन का है। जय भगवान भारतीय टीम के प्लेयर रह चुके अनिल चापरा व राजगुरु सुब्रणयम के अधीन सरदार वल्लभ भाई पटेल मुम्बई स्टेडियम में प्रशिक्षण ले रहा है।

इंटर कॉलेज प्रतियोगिता से बदली तकदीर

खेल निदेशक ने बताया कि जय भगवान बारां जिले के मांगरोल निवासी है। उसका बचपन से ही कबड्डी का शोक रहा। स्कूल में मिट्टी के खेल मैदान में खेलता था। 26 नवम्बर 2021 में जब पहली बार कोटा विवि में आयोजित इंटर कॉलेज प्रतियोगिता में जब वह आया तो उस पर नजर गई। उसे एक माह तक कोच तीरथ सांगा, कुशल चौधरी, अमरसिंह यादव, फिजियोथैरेपिस्ट व जिम ट्रेनर लगाकर कोटा में ही प्रशिक्षण देकर उसे तैयार किया। खेला इंडिया के समय 2022 में उसके पिता हरिराम का निधन हो गया। मां चन्द्रोदेव ने उसकी हर पल मदद की, उसके दो भाई है।

ऐसे चला खेल का सफर...

अंडर-14 में राजस्थान राज्य को-कबड्डी नेशनल प्रतियोगिता में सिलवर पदक जीता।

अंडर-19 में स्कूल राजस्थान राज्य का प्रतिनिधित्व किया।- ओपन जूनियर नेशनल अंडर-21 में भाग लिया।

जूनियर एशियार्ड कैम्प में भाग लिया।- जयपुर में आयोजित युवा सीरिज व के-7 में बेस्ट रेडर रहा।

इंटर कॉलेज में 2020-21 में बेस्ट रेडर रहा।- संत गड़के बाबा अमरावती यूनिवर्सिटी में वेस्ट जोन कबड्डी में 2020-21 में सलेक्शन हुआ। यह टीम में वाइस कैप्टन रहा।

महर्षि दयानंद यूनिवर्सिटी रोहतक में इंटरजाेन टूर्नामेंट में जय भगवान के दम पर कोटा विवि टीम ने आठ में जगह बनाई थी।- 29 अप्रेल से 3 मई 2022 में जैन यूनिवर्सिटी बैंग्लूरू में आयोजित खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स में कोटा विवि टीम से जय भगवान ने खेलते हुए स्वर्ण पदक जीतने के साथ बेस्ट रेडर रहा।

Published on:
12 Nov 2022 01:23 pm
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