
अनुसंधान अधिकारी थाने के उप निरीक्षक हंसराज मीणा ने बताया कि गुमानपुरा निवासी संजय कुमार भूतड़ा, अभिषेक गौड़, प्रताप राय बुधवानी व रघुवीर सिंह ने अदालत में परिवाद पेश किया था। इसमें कहा था कि जयपुर के विष्णु विहार निवासी जगदीश प्रसाद खंडेलवाल (35) ने वर्ष 2013 में शॉपिंग सेंटर में इन्शयोर लाइफ ग्रुप के नाम से कम्पनी बनाकर उसका कार्यालय खोला था। उसने लोगों को एफडी व आरडी और इंश्योरेंस में रकम लगाकर उन्हें दोगुना करने का लालच दिया। ऐसे करीब दो सौ लोगों से करीब एक करोड़ रुपए कम्पनी में लगवाए। लेकिन जब रकम लौटाने का समय आया तो वह कार्यालय बंद कर भाग गया।
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परिवाद पर पुलिस ने आरोपित जगदीश प्रसाद खंडेलवाल के खिलाफ 20 जनवरी 2017 को मुकदमा दर्ज किया था। उसी समय से उसकी तलाश की जा रही थी। कुछ समय पहले उसके आदर्श नगर जयपुर स्थित जेल में धोखाधड़ी के मामले में बंद होने की सूचना मिली। इस पर अदालत से प्रोडक्शन वारंट प्राप्त कर कम्पनी के निदेशक जगदीश खंडेलवाल को शुक्रवार को कोटा लाए। आरोपित से पूछताछ की जा रही है।
जयपुर में मकान और जमीन
हंसराज मीणा ने बताया कि जगदीश प्रसाद के खिलाफ दौसा में भी 3 मामले दर्ज हैं जहां यह वांछित है। जानकारी करने पर पता चला कि जगदीश लोगों की रकम हड़पकर करोड़पति बन गया। इसका जयपुर में करीब 5 करोड़ रुपए कीमत का मकान है। जयपुर में साढ़े सात बीघा व दौसा में साढ़े बारह बीघा जमीन भी है।
Published on:
06 Jan 2018 10:33 pm
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