
if they dicide to die why spend 5 lac in engagement ceremony
कोटा . रावतभाटा. दिल्ली के बुराड़ी इलाके में रविवार को हुई एक ही घर में 11 शव मिलने की घटना के मामले में रावतभाटा में रहने वाले परिवार के सबसे बड़े बेटे-बहू ने इस घटना को परिवार के साथ साजिश व हत्या करार दिया है। वहीं पुलिस मामले को सामूहिक आत्महत्या मान रही है।
चित्तौडगढ़़ जिले के सावा गांव निवासी इस परिवार के सबसे बड़े बेटा दिनेश सिह चूंडावत ने सवाल उठाया कि परिवार को यदि आत्महत्या करनी होती तो हाल ही 17 जून को भांजी के सगाई कार्यक्रम में 5 लाख रुपए खर्च क्यों करते। तीन माह पूर्व मकान का काम क्यों शुरू कराते।
परिवार 28 साल से संयुक्त रह रहा है। किसी में कोई विवाद नहीं है। पिछले माह हम खुद पति-पत्नी दिल्ली में रहे। तनाव, तांत्रिक से संबंध की बात कभी सामने नहीं आई। बहु कमलेश ने कहा कि बच्चे खुद फंदे पर कैसे लटक सकते हैं।
उनका कहना है कि जादू-टोने से इस घटना को जोड़कर आत्महत्या करने का मात्र भ्रम फैलाया जा रहा है। उन्होंने घटना की निष्पक्ष जांच की जरूरत बताई है।
चूंडावत परिवार के साथ रावतभाटा में अणुकिरण कॉलोनी में रहते हैं। दिनेश ने कहा घर में 11 पाइप होने को जादू टोने से जोड़कर आत्महत्या का भ्रम फैलाया जा रहा है।
उनका परिवार तांत्रिक को आस-पास भटकने तक नहीं देता। उन्होंने भी रावतभाटा के पास चारभुजा में बन रहे घर के हर कमरे में वेंटीलेशन के लिए पाइप लगाए हैं।
पुलिस ने रजिस्टर नहीं दिखाया
उन्होंने कहा कि इस मामले की जांच कर रही क्राइम ब्रांच के कार्यालय में मंगलवार को वे एक घंटे अफसरों के साथ थे। उन्होंने वह रजिस्टर नहीं दिखाया जिसे आधार बनाकर परिवार को अनुष्ठान क्रिया से जोड़कर सामूहिक आत्महत्या का भ्रम फैलाया जा रहा है। उन्होंने केवल 12वें का कार्यक्रम होने तक जांच पूरी होने पर घटना का रहस्य खोलने का भरोसा दिलाया।
Updated on:
05 Jul 2018 06:15 pm
Published on:
04 Jul 2018 08:44 pm
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