9 दिसंबर 2025,

मंगलवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

Video: महंगाई डायन: टमाटर को लगी मिर्च हुआ लाल

कोटा की मंडियों में सब्जियों के दाम आसमान छूने लगे हैं। बारिश से सब्जियों के खराब होने और मंडी में आवक घटने को भाव बढ़ने की वजह बताया जा रहा है।

2 min read
Google source verification
prices of vegetables, Increased prices of vegetables, Vegetable News, Fruit Market In Kota, Vegetable Market In Kota, Market Association Kota, Vegetable Market In Rajasthan, Fruit Of Rajasthan, Environment News Kota, Kota News, Kota Patrika, Rajasthan Patrika, Patrika News, कोटा, कोटा पत्रिका, राजस्थान, कोटा सब्जी मंड़ी, कोटा सब्जी एवं फल मंडी

आसमान छूने लगे सब्जियों के दाम।

भाई साहब! क्या पकाएं, क्या खाएं...। देखो तो सही, क्या जमाना आ गया...। बाजार में सेब-अनार के बराबर तो लाल टमाटर व हरी मिर्च के भाव हो गए हैं...। बारिश के बाद थोक फल-सब्जीमंडी में सब्जियों की आवक में कमी आई है। इससे कुछ सब्जियों के भावों में बेतहाशा तेजी आई है। टमाटर व हरी मिर्च के भाव 80 से 100 रुपए किलो हो गए हैं।







Read More: News impact: पांच दिन में भर जाएंगे मुख्यमंत्री के घर जाने वाले रास्ते के गड्ढे

रास नहीं आ रही नींबू की खटास

विज्ञान नगर सब्जीमंडी के व्यापारी मुरली वाबानी ने बताया कि एक माह से टमाटर सुर्खियों पर है। पहले शिमला से आवक हो रही थी। अब पांच-सात दिन से नासिक, बेंगलूरु से टमाटर की आवक होने लगी है। थोक फल सब्जीमंडी में रोजाना 40 टन टमाटर आ रहा है, जबकि मांग 50 से 60 टन रोजाना की है। एेसे में भावों में तेजी बनी हुई है। अन्य सब्जियों की आस-पास के गांवों से आवक हो रही है। पिछले दिनों हुई बारिश से सब्जियां खराब होने से आवक घटी है। नयापुरा सब्जीमंडी में ठेला लगाने वाले दौलत कुमावत ने बताया कि हरी मिर्च के भाव तेज हो गए हैं। नींबू की खटास गृहिणियों को रास नहीं आ रही है। इसी तरह अरबी भी ऊंचे भाव में बिक रही है।

Read More: तंदरुस्ती छीन कर बीमार बना देंगी ये सब्जियां

सब्जियों की आवक भी घटी

त्योहारी मांग के चलते इन दिनों केले के भाव में तेजी बनी हुई है। मंडी में गुजरात से रोजाना 40 टन केला आ रहा है। थोक में 15-20 व खुदरा में 30 रुपए प्रति किलो तक केला बिक रहा है। नासिक व मालेगांव से रोजाना 30 टन अनार, गुजरात-कर्नाटक से 20 टन पपीता मंडी में आ रहा है। कोटा थोक फ्रूट एंड वेजिटेबल मर्चेंट संघ के वरिष्ठ उपाध्यक्ष अशोक बाटवानी इस महंगाई की वजह बताते हुए कहते हैं कि बारिश से सब्जियां खराब हुई हैं। मांग के अनुरूप फल-सब्जियों की आवक नहीं होने से इन दिनों भाव 10 से 15 फीसदी तेज हुए हैं।