
स्कूल में एक कार्यक्रम में छात्र वीर शर्मा अपनी प्रस्तुति देते हुए। फाइल फोटो
कोटा। गणेश नगर स्थित एक निजी स्कूल की पांचवीं कक्षा का नजारा सोमवार को बेहद भावुक दिखा। बाल कलाकार वीर शर्मा और उसके भाई शौर्य शर्मा के आकस्मिक निधन से पूरा विद्यालय स्तब्ध था। वीर की अंग्रेजी की टीचर ज्योति मोतियानी की आंखें नम हो गईं। उन्होंने बताया कि वीर की कुर्सी हमेशा उसकी चंचलता और उत्साह से भरी रहती थी, लेकिन आज वह खाली नजर आई।
पूरी कक्षा में सन्नाटा था। ज्योति ने याद करते हुए कहा कि वीर पढ़ाई में होशियार था। वह हमेशा मुस्कुराकर बात करता और शिक्षकों का सम्मान करता था। कुछ दिन पहले ही उसने अंग्रेजी पेपर से जुड़ा संवाद मुझसे किया था। वह अक्सर रोचक सवाल पूछता था। उन्होंने बताया कि शौर्य को भी उन्होंने पढ़ाया था।
विवेकानंद नगर निवासी वीर के शिक्षक अमित अग्रवाल ने कहा कि वीर पिछले तीन वर्षों से उनसे जुड़ा हुआ था। जब भी मुम्बई से कोटा आता, मुझसे मिलने जरूर आता। पढ़ाई के साथ वह स्कूल की गतिविधियों में भी बढ़-चढ़कर हिस्सा लेता था। वीर को एंकरिंग का शौक था। मैंने ही उसे एंकरिंग सिखाई थी। क्लिप बनाकर प्रेक्टिस करवाता था। मंच पर वह बेबाकी से प्रस्तुति देता।
कुछ शब्दों के उच्चारण में उसे दिक्कत होती, लेकिन मेहनत से उसने उसे सुधार लिया। तब वह गर्व से कहता था, ‘सर, अब मैंने हिन्दी उच्चारण ठीक कर लिया है।’ आज उसकी अनुपस्थिति से न सिर्फ शिक्षक, बल्कि साथी विद्यार्थी भी गहरे शोक में हैं। वीर की हंसी और उसकी खुशनुमा मौजूदगी ने हर किसी के दिल में अमिट छाप छोड़ी।
Updated on:
30 Sept 2025 02:44 pm
Published on:
30 Sept 2025 02:38 pm
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