NEET 2018 : मिनटों की देरी ने बिगाड़ दिया साल, मिन्नत कर कर हुए बेहाल 5 जून को परिणाम घोषित होने पर वास्तविक कटऑफ पता चलेगी। नीट में ऑल इंडिया कोटा व स्टेट कोटा में कैटेगरी के अनुसार अलग-अलग कट ऑफ रहेगी। इस वर्ष कट ऑफ में 2 से 5 अंकों की गिरावट आ सकती है, जबकि गत वर्ष सामान्य वर्ग की कट ऑफ 720 में से 555 अंक रही थी। इस बार यह 550 तक आ सकती है।
NEET 2018: कुछ ऐसा रहा NEET का पेपर नीट के स्कोर से देश के 476 मेडिकल कॉलेजों में ऑल इंडिया कोटा की 15 प्रतिशत सीटों, शेष 85 प्रतिशत सीटें स्टेट रैंक व मैनेजमेंट कोटा से भरी जाएंगी। इससे हर स्तर पर अधिकृत कट ऑफ अलग-अलग होगी।
पांच प्रश्नों पर आपत्तियांनीट परीक्षा में शामिल हुए स्टूडेंट्स ने कैमेस्ट्री के पेपर में आए दो प्रश्नों, फि जिक्स में एक प्रश्न व बायो के दो उत्तरों पर आपत्ति दर्ज कराई है। डब्ल्यूडब्ल्यू कोड पेपर में प्रश्न 71 में दिए गए चारों विकल्प सही हैं। यह प्रश्न इनऑर्गेनिक कैमेस्ट्री से है। स्टूडेंट्स ने इस प्रश्न को लेकर
एनसीईआरटी पार्ट 1 में पेज नंबर 199 व 200 का रेफ रेंस दिया है। कक्षा 11 की एनसीईआरटी पार्ट 1 में पेज नंबर 87 पर भी इस प्रश्न का विस्तृत सॉल्यूशन दिया है।
इसी प्रकार कैमेस्ट्री के ही डब्ल्यूडब्यलू कोड में 64वें प्रश्न में दिए विकल्पों में दो विकल्प सही होने चाहिए, जबकि वहां सिर्फ एक विकल्प को सही बता रखा है। इस प्रश्न में विकल्प 1 व 3 सही होंगे। यह प्रश्न ऑर्गेनिक कैमेस्ट्री से है। फि जिक्स में डब्ल्यूडब्ल्यू कोड में प्रश्न 10 में सीबीएसई ने क्रमांक 1 को सही उत्तर बताया है। जबकि ज्यादा सही उत्तर क्रमांक 4 होना चाहिए।
यह प्रश्न चुम्बकत्व टॉपिक से है, जिसमें डायमैग्नेटिक रॉड को इलेक्ट्रोमैग्नेट में धारा प्रवाह करने पर रॉड द्वारा स्थिति ऊर्जा की प्राप्ति करने का मुख्य कारण बेट्री द्वारा दी गई ऊर्जा है। इसके लिए स्टूडेंट्स ने इंट्रोडक्शन टू इलेक्ट्रोडायनेमिक्स बॉय ग्रिफि त्स का रेफ रेंस दिया है, जिसमें स्पष्ट रूप से उत्तर क्रमांक 4 को सही बताया गया है।
बायोलॉजी के 2 प्रश्नों के विकल्प में त्रुटियां हैं। एक प्रश्न एम्निऑन के ओरिजन से संबंधित है, इसमें चारों विकल्प गलत माने जा रहे हैं। इसी तरह, दूसरा प्रश्न एफ ई प्लस-2 एवं एफ ई प्लस-3 के प्रश्न में दोनों विकल्प सही हो सकते हैं। 4-4 अंकों के दोनों प्रश्नों पर परीक्षार्थी आपत्तियां भेजेंगे।