
OMG: दोस्तों के साथ मिलकर राहगीरों को लूटता था बारां एसपी ऑफिस का लिपिक
कोटा .शहर में फर्जी पुलिस अधिकारी बनकर राहगीरों से मारपीट कर लूटपाट करने के मामले में आरकेपुरम् पुलिस ने तीन आरोपितों को गिरफ्तार किया है। आरोपितों में एक एसपी कार्यालय बारां में लिपिक के पद पर कार्यरत है। शहर पुलिस अधीक्षक अंशुमान भौमिया ने बताया कि 8 सितम्बर को विवेकानंद नगर निवासी यग्नेश नागर(17) ने आरकेपुरम् थाने में रिपोर्ट दी थी, जिसमें कहा था कि वह बाइक से स्वामी विवेकानंद नगर की तरफ जा रहा था। तभी मोदी फोर्टिस हॉस्पिटल के पास एक वैन में तीन जने आए। उन्होंने खुद को पुलिस अधिकारी बताया और पूछताछ करने लगे। फिर मारपीट कर सोने की चेन व जेब से 4500 रुपए छीनकर ले गए। आरोपितों की तलाश के लिए एएसपी अनंत कुमार, उप अधीक्षक राजेश मेश्राम व आरकेपुरम् थानाधिकारी शौकत खान के नेतृत्व में टीम गठित की गई।
एसपी ने बताया कि वैन नम्बर के आधार पर पुलिस आरोपितों को तलाश रही थी। ये तीनों आरोपित बुधवार को भी आरकेपुरम् इलाके में ही वारदात को अंजाम देने की फिराक में घूम रहे थे। सूचना पर पुलिस ने मौके पर पहुंचकर तीनों को पकड़ा। पूछताछ में आरोपितों ने महावीर नगर क्षेत्र में भी एक राहगीर से इसी तरह से मारपीट कर उसका मोबाइल छीनने की वारदात कबूल की है। एसपी ने बताया कि आरोपित मौजमस्ती व शौक पूरा करने के लिए वारदातें कर रहे थे।
ये हैं आरोपित
पुलिस ने संतोषी नगर निवासी अशोक यादव (39), मांगरोल हाल महावीर नगर विस्तार योजना निवासी कुलदीप शर्मा (35) व देवनगर नयागांव निवासी चंद्र प्रकाश धाकड़ (38) को गिरफ्तार किया। इनमें से कुलदीप शर्मा बारां एसपी कार्यालय में लिपिक है। सीआई शौकत खान ने बताया कि पुलिस ने तीनों से लूटी गई रकम 4500 रुपए व मोबाइल बरामद कर लिया है। साथ ही वारदात में प्रयुक्त वैन को भी जब्त कर लिया। वैन आरोपित चंद्रप्रकाश धाकड़ की है। तीनों को अदालत में पेश करने पर कुलदीप व चंद्रप्रकाश को जेल भेज दिया। जबकि अशोक को पूछताछ व चेन बरामदगी के लिए शुक्रवार तक पुलिस रिमांड पर लिया है।
Published on:
21 Sept 2017 06:31 pm
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