कोटा .
राज्य सरकार ने सोमवार को विधानसभा में काला कानून को वापस लेने का ऐलान करने के साथ ही सोमवार को हाड़ौतीभर में भी लोगों ने खुशियां मनाई और पत्रिका की जीत बताते हुए आतिशबाजी की। मिठाइयां बांटकर उत्सव मनाया गया। युवाओं से लेकर समाज के हर वर्ग ने काला कानून वापस लेने का श्रेय राजस्थान पत्रिका को दिया है।
Read More: आज 19 फरवरी को भारत में एक महान योद्धा जन्में थे, जानिए उनकी जीवन गाथा
हाड़ौती विकास मोर्चा के कार्यकर्ताओं ने संभागीय अध्यक्ष राजेन्द्र सांखला की अगुवाई में काला कानून वापस लेने पर वाहन रैली निकालकर जश्न मनाया। मोर्चा के कार्यकर्ता सोमवार शाम घोड़े वाला बाबा चौराहे पर एकत्रित हुए। यहां काला कानून लागू करने का निर्णय वापस लेने पर कार्यकर्ताओं ने जमकर नारेबाजी और पत्रिका की ओर से इस कानून के विरोध में लगातार समाचार प्रकाशित करने की सराहना की। रैली घोड़ेवाला बाबा चौराहे से रवाना होकर रावतभाटा रोड, गुमानपुरा, चौपाटी, एरोड्राम सर्किल, डीसीएम रोड होकर राजस्थान पत्रिका कार्यालय पहुंची। यहां कार्यकर्ताओं ने काला कानून वापस लेने पर खुशियां मनाई और इसे राजस्थान पत्रिका की जीत बताते हुए जोरदार आतिशबाजी की। आतिशबाजी से ऐसे लगा मानो दिवाली हो।
पत्रिका की जीत
इस मौके पर कार्यकर्ताओं को सम्बोधित करते हुए सांखला ने कहा कि राजस्थान पत्रिका की ओर से काला कानून के विरोध का ही परिणाम है कि सरकार को इसे वापस लेने पर मजबूर होना पड़ा है। यह पत्रिका के विश्वास की जीत है। यदि यह कानून बन जाता तो लोकतंत्र का गला घोंटने जैसा होता, लेकिन पत्रिका के विरोध ने ऐसा नही होने दिया। आखिर सरकार को इसे वापस लेना ही पड़ा है।