
फाइल फोटो: पत्रिका
Mukundra Hills Tiger Reserve: कनकटी अवनी बाघिन को एनक्लोजर से आजादी मिल गई। उसे 21 वर्ग किलोमीटर के एनक्लोजर से 82 वर्ग किलोमीटर के जंगल में छोड़ दिया गया।
बाघिन एरोहेड की बेटी अवनी को करीब दो महीने पहले रणथंभौर से मुकुन्दरा हिल्स टाइगर रिजर्व की दरा रेंज में बने एनक्लोजर में छोड़ा गया था। मुकुन्दरा हिल्स टाइगर रिजर्व के फील्ड डारेक्टर सुगना राम जाट, उपवन संरक्षक मुथु एस, क्षेत्रीय वन अधिकाकारी प्रद्युन सिंह, डॉ तेजेन्द्र रियाड व फील्ड बायोलॉजिस्ट रोहित शरण की मौजूदगी में बाघिन को हार्ड रिलीज किया गया।
विभाग के अनुसार बाघिन सब एडल्ट है इसकी जल्द जोड़ी बनाई जाएगी। जोड़ी बनाने के लिए अक्टूबर-नवबर तक रणथंभौर से बाघ को लाया जाएगा। वनविभाग की महाराष्ट्र व मध्यप्रदेश से पांच बाघिनों को लाने की योजना है। इनमें से दो को मुकुन्दरा व तीन को रामगढ़ विषधारी में छोड़ा जाएगा, लेकिन इससे पहले रणथंभौर से एक बाघ को लाया जाएगा, ताकि बाघिन की जोड़ी बनाई जा सके। बाघिन कनकटी को जंगल में छोड़ने के बाद अब अभेड़ा से मुकुन्दरा में शिफ्ट की गई बाघिन को भी एनक्लोजर से रिहाई का इंतजार है।
मुकुन्दरा हिल्स टाइगर रिजर्व का एनक्लोजर बाघिन को इतना रास आया कि उसकी आजादी के लिए दरवाजा खोलने के बावजूद वह बड़े एनक्लोजर में नहीं आई। वह छोटे घर में ही विचरण करती रही। करीब 5 घंटे के इंतजार के बाद अवनी ने जंगल में प्रवेश किया। आक्रामक स्वभाव की बाघिन को जंगल में छोड़ने से पहले चारदीवारी की मरम्मत करवाई गई। क्षेत्र में बसे ग्रामीणों को जंगल की चारदीवारी के पास नहीं जाने की हिदायत दी गई। उपवन संरक्षक मुथु एस ने बताया कि बाघिन की 24 घंटे 3-3 के समूह में वाहन से ट्रेकिंग की गई।
Published on:
19 Aug 2025 01:37 pm
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