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स्मार्ट सिटी समिट कोटा: कोटा बनेगा स्मार्ट, ये होंगें विकास कार्य

कोटा. स्मार्ट सिटी की परिकल्पना को मूर्तरूप देने के लिए दो दिवसीय स्मार्ट सिटी समिट शुक्रवार को होटल उम्मेद भवन पैलेस में शुरू हुई।

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कोटा

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abhishek jain

Sep 08, 2017

Smart City Summit in Kota

कोटा. स्मार्ट सिटी की परिकल्पना को मूर्तरूप देने के लिए दो दिवसीय स्मार्ट सिटी समिट शुक्रवार को होटल उम्मेद भवन पैलेस में शुरू हुई।

कोटा. स्मार्ट सिटी की परिकल्पना को मूर्तरूप देने एवं नवाचारों को साझा करने के लिए दो दिवसीय स्मार्ट सिटी समिट शुक्रवार को होटल उम्मेद भवन पैलेस में शुरू हुई। इसमें देश के विभिन्न क्षेत्रों से आए विशेषज्ञों ने स्मार्ट सिटी में कैसे स्मार्ट सोल्यूशन किया जाए, इस बारे में बताया। स्मार्ट सोल्यूशन से ही स्मार्ट सिटी बनाने की बात कही।

उद्घाटन सत्र के मुख्य अतिथि अफगानिस्तान के राजदूत शाइदा मोहम्मद अब्दाली ने कहा कि भारत के प्रधानमंत्री की परिकल्पना स्मार्ट सिटी के रूप में शहरों का विकास हमें भी प्रेरणा देता है। स्मार्ट सिटी मिशन दक्षिण एशिया के देशों के लिए नया विजन है। उन्होंने अफगानिस्तान और भारत संबंधों का जिक्र करते हुए कहा कि कई क्षेत्रों में दोनों देश साझा काम करेंगे।

कोटा निगम आयुक्त डॉ. विक्रम जिंदल ने स्मार्ट सिटी कोटा प्रोजेक्ट के बारे में बताया। उज्जैन नगर निगम के सीईओ अवधेश शर्मा ने ई-मैनेजमेंट पर जोर दिया। तमिलनाडु के रामाकुंडम नगर निगम आयुक्त डॉ. डी.जॉन ने कहा कि उनका शहर इण्डस्ट्रियल सिटी है। स्मार्ट औद्योगिक क्षेत्र विकसित किए जा रहे हैं। स्मार्ट सिटी समिट का आयोजन नगर निगम, कोटा स्मार्ट सिटी लि. एवं ई टेक्नोमीडिया प्रा.लि. के संयुक्त तत्वावधान में किया गया।
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प्राचीन धरोहरों के संरक्षण पर जोर
महापौर महेश विजय ने कहा कि कोटा में कचरा प्रबंधन, यातायात नियंत्रण एवं पुरानी धरोहरों के संरक्षण के लिए बेहतर काम करने की आवश्यकता है। विषय विशेषज्ञों से सीखकर हम नई तकनीक एवं नवाचारों को अपनाएंगे। स्मार्ट सिटी मिशन के तहत कोटा में जनकल्याणकारी योजनाओं का लाभ जनता तक पहुंचाने के लिए जिन परियोजनाओं और समाधानों की जरूरत है, समिट के माध्यम से उन्हें तलाशने की कोशिश की जाएगी। न्यास अध्यक्ष रामकुमार मेहता ने न्यास की विकास योजनाओं को स्मार्ट बनाने के बारे में बताया। उप महापौर सुनीता व्यास ने भी विचार व्यक्त किए।

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दशहरा मैदान सांस्कृतिक हब बनेगा

जिला कलक्टर रोहित गुप्ता ने कहा कि कोटा की पहचान शैक्षणिक नगरी के रूप में है। देश के लिए इंजीनियर व डॉक्टर कोटा में तैयार किए जाते हैं। स्मार्ट सिटी की परिकल्पना को साकार करने के लिए दशहरा मेला स्थल का विकास सांस्कृतिक हब के रूप में किया जा रहा है। प्रदूषणमुक्त एवं स्मार्ट सुविधाओं के लिए सेल्फी विद प्लांटेशन के माध्यम से पौधारोपण किया जा रहा है। नागरिकों के लिए यातायात के साधन, जल स्रोतों, एतिहासिक धरोहरों के जीर्णोद्धार के प्रस्ताव तैयार कर मूर्तरूप दिया जा रहा है।
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स्मार्ट टेक्नोलॉजी के बारे में बताया
समिट में देशभर के विभिन्न क्षेत्रों से स्मार्ट सिटी के क्षेत्र में कार्यरत कम्पनियों एवं संस्थाओं द्वारा प्रदर्शनी लगाकर आम नागरिकों को दिए जाने वाले स्मार्ट सोल्यूशन बताए गए। जल स्रोतों, पार्कों का जीर्णोद्धार, इलेक्ट्रोनिक विद्युत मीटर, ई-रिक्शा, ई-कचरा प्रबंधन, ई-निस्तारण के बारे में बताया।

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न मंत्री आए, न मेयर

आयोजकों ने स्मार्ट सिटी में चयनित शहरों के मेयर-निगमायुक्तों के आने की बात कही थी, लेकिन एक भी मेयर समिट में नहीं आया। आयोजकों ने स्मार्ट सिटी के मेयरों के बीच संवाद करवाने की बात कही थी। उद्घाटन सत्र के मुख्य अतिथि के रूप में नगरीय विकास मंत्री श्रीचंद कृपलानी तथा अध्यक्षता के लिए स्वायत्त शासन विभाग के प्रमुख शासन सचिव मंजीतसिंह को आमंत्रित किया था, लेकिन वे भी नहीं आए, इस कारण समिट फीकी रही।