
कोटा. निजी कंपनी सीईएससी के लगाए स्मार्ट मीटर नॉमर्ल से ज्यादा ज्यादा तेज चलते मिले हैं।
कोटा. निजी कंपनी सीईएससी के लगाए स्मार्ट मीटर नॉमर्ल से ज्यादा ज्यादा तेज चलते मिले हैं। तलवंडी में पार्लर संचालक जावेद भाई का कहना है कि 15 सितंबर को स्मार्ट मीटर लगाया था। विरोध किया तो साथ में नॉर्मल मीटर भी लगा दिया। दोनों मीटर में 150 यूनिट का अंतर आ रहा है।
विज्ञान नगर निवासी पवन यादव के आवास पर कुछ दिनों पहले स्मार्ट मीटर लगाया। यादव की शिकायत पर नॉर्मल मीटर भी लगाया। एक दिन बाद ही स्मार्ट मीटर की रीडिंग 19 यूनिट बढ़ गई, जबकि नॉर्मल मीटर में केवल 9 यूनिट उपभोग आया है।
सीईएससी ने करीब 4000 से ज्यादा मीटर विज्ञान नगर व तलवंडी क्षेत्र में लगाए थे। इसके बाद लोगों ने शिकायत की थी कि उनका मीटर पहले की अपेक्षा तेज चल रहा है। ऐसे में कंपनी ने जांच के लिए नॉर्मल मीटर भी लगाया था। इन मीटरों की जांच में सामने आया है कि स्मार्ट मीटर नॉर्मल से ज्यादा रीडिंग निकाल रहा है। सीईएससी के सीईओ एएन सिंह का कहना है कि वे मीटर के बारे दोनों को चेक करवाएंगे।
महिलाओं ने भी पहुंची विरोध करने
सीईएससी के विज्ञान नगर कार्यालय पर मंगलवार दोपहर बड़ी संख्या में महिलाएं पहुंची और स्मार्ट मीटर लगाने का विरोध किया है। बाद में ये महिलाएं कार्यालय के सामने चल रहे धरने पर भी बैठी।
स्मार्ट मीटर लगाने के विरोध में विज्ञान नगर में अनशन व धरना दे रहे राकेश मखीजा और अहमद खान ने पुलिस को ज्ञापन सौंपा, इसमें अनशन को भूख हड़ताल में बदलने की चेतावनी दी है। हाड़ौती विकास मोर्चा के कार्यकर्ताओं ने स्मार्ट मीटर की रीडिंग में फर्क आने पर विरोध भी जताया।
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राजस्थान सीईएससी बिजनेस हैड एस पॉल मजूमदार का कहना है कि नॉमर्ल से स्मार्ट से ज्यादा रीडिंग की शिकायत पर हम दोनों मीटरों की लैब में जांच करवाएंगे। इस जांच के बाद ही कुछ कह पाएंगे। आशंका है कि नॉर्मल व स्मार्ट मीटर लगाने के बाद इनमें गड़बड़ी की गई है।
Published on:
26 Sept 2017 08:32 pm
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