
Google Boy: गूगल से भी तेज दौड़ता है 4 साल के उद्धव का दिमाग, पलक झपकते ही 1600 प्रश्नों के देता है सटीक जवाब
कोटा. सुनने में भले ही यकीन नहीं हो, लेकिन कोटा जिले के लुहावद में एक चार वर्ष के बालक को सामान्य ज्ञान के सोलह सौ से अधिक प्रश्नों के उत्तर मालूम हैं। ( Google Boy) जिस उम्र में बच्चे एक या दो छोटी कविताएं अथवा अपने परिवार के सदस्यों के नाम-पते ही बता पाते हैं। उस उम्र में यह नन्हा बच्चा दुनियाभर की जानकारी अपने दिमाग में समेटे रखता है। ( Talented Child ) बच्चे के पिता बकरी पालन का काम करते हैं। परिवार का कहना है कि इस बच्चे की किसी भी बात को याद रखने की क्षमता असाधारण है। इस वजह से इसे जो कुछ भी बताया जाता है, वह इसे याद कर लेता है।
Read More: कैंसर पीडि़त पत्नी को भर्ती करने के लिए गिड़गिड़ता रहा पति, 12 घंटे ठोकरें खाता रहा बुजुर्ग, नहीं पसीजा डॉक्टरों का दिल
शुक्रवार को कोटा आए इस बालक के पिता मुकुट मीणा ने बताया कि काफी समय पहले उनके पुत्र उद्धव मीणा [4] ने उनसे कहना शुरू किया था कि वे उसे कुछ पढ़ाएं। पिता को कुछ नहीं सूझा तो उन्होंने उसे सामान्य ज्ञान के कुछ प्रश्न और उनके उत्तर बताने शुरू कर दिए। उनको हैरानी तब हुई, जब उन्होंने देखा कि उद्धव को काफी समय बाद भी ऐसे प्रश्नों के उत्तर याद हंै। धीरे-धीरे उद्धव की रुचि बढऩे लगी और पिता की भी। पिता ने बताया कि उनके पास जो पुस्तकें थी, वे उन के प्रश्न याद करा चुके तो उन्होंने कुछ कॉपियों [नोटबुक] में इंटरनेट से सवालों के उत्तर नोट कर उसे याद कराने शुरू किए।
उद्धव को वे सभी प्रश्न याद हैं। मसलन, भारत का क्षेत्रफल, राजस्थान का क्षेत्रफल, देश के सभी प्रमुख पदों पर आसीन नेता समेत ऐसे सैकड़ों सवालों के जवाब उसे याद हैं। उद्धव हाड़ौती भाषा में ही बात कर पाता है। वह सवालों के जवाब भी हाड़ौती में ही देता है। याददाश्त की इस असाधारण प्रतिभा के कारण उसके गांव से करीब सत्रह किलोमीटर दूर अयाना के एक निजी स्कूल ने उसे अपने यहां प्रवेश दिया है। उद्धव इस साल पहली बार स्कूल गया है। इससे पहले वह घर पर ही पढ़ता था। उसका एक और भाई भी है। जो सामान्य बच्चों की तरह ही है।
कमाल का दिमाग
बच्चों का इस उम्र में ही ब्रेन का सर्वाधिक तेजी से विकास होता है। याददाश्त के मामले में बच्चे की क्षमता बेहद प्रतिभाशाली है। ऐसा माता पिता की कठिन मेहनत और बच्चे के केलिबर की वजह से ही संभव होता है। उन्होंने अपने बच्चे की योग्यता को पहचाना और उस दिशा में उसे बेहतर तरीके से ट्रेंड किया। बकरी पालने वाले जैसा काम करने के साथ बेटे को इस तरह से तैयार करना काबिले तारीफ है।
डॉ. मुकेश सुवालका, शिशु रोग विशेषज्ञ
Read More: अच्छी खबर: अब राजस्थान में ट्रैफिक पुलिस नहीं काट पाएगी चालान, बस, आपको करना होगा ये काम
मस्तिष्क में चार लॉग्स होते हैं और इनमें से दो लॉग्स फ्न्टल और टैम्पोरल लॉग ही मैमोरी और इंटेलिजेंसी के लिए होते हैं। अगर किसी व्यक्ति में इन दो लॉग्स में अधिक सेल हों और वे अधिक विकसित हों तो उसकी इंटेलिजेंसी और याददाश्त कमाल की होती है। ऐसे अनेक लोगों को हम सामान्य जीवन में भी देखते हैं। बेहतर तरीके से प्रैक्टिस कर इसे और उन्नत किया जा सकता है। चार साल के बच्चे में ऐसा होना थोड़ा चौंकाता है।
डॉ. विजय सरदाना, वरिष्ठ न्यूरो लॉजिस्ट और प्राचार्य मेडिकल कॉलेज
Published on:
24 Aug 2019 01:24 pm
बड़ी खबरें
View Allकोटा
राजस्थान न्यूज़
ट्रेंडिंग
