कोटा. अलवर की सभा में बजरंग बली को दलित बातने पर उपजे विवाद के बाद योगी थोड़ा संभले हुए नजर आए। हालांकि कोटा में आयोजित चुनावी सभा में योगी आदित्यनाथ ने दोबारा बजरंग बली का जिक्र जरूर किया और विरोधियों को जलाब देते हुए कहा कि कांग्रेस के नेता तो अब बजरंगियों से डरने लगे। उन्हें इस बात पर ऐतराज है कि बजरंगी देश के आदिवासियों, वंचितों और समाज के तारणहार हैं।
योगी आदित्यनाथ के भाषण की प्रमुख बातें…
राजस्थान के गौरव पर..
राजस्थान का गौरवपूर्णं इतिहास रहा है । भाजपा सरकार के नेतृत्व में राजस्थान समृद्ध राज्य के रास्ते पर बढ़ चला है। 11 दिसम्बर को जब चुनाव परिणाम आएंगे तो दोबारा पूर्णं बहुमत से भाजपा की सरकार बनेगी।
Supreme Court का हवाला देकर बोले योगी
आदित्यनाथ, Rahul gandhi अब तो देश पर दया करो
कांग्रेस पर तीखे हमले…
कांग्रेस ने इतने साल देश पर राज किया लेकिन बदले में क्या दिया। न बिजली, न पानी, न सड़के न विकास। कांग्रेस ने राज्यों का विभाजन किया और उनके कुशासन की वजह से ये राज्य बीमारू बनते चले गए।
कोटा पर…
कोटा के लोगों का मैं अभिनंदन करता हूं। यहां के लोगों ने अपने पुरुषार्थ से कोटा को शिक्षा का हब बनाया है। राजस्थान ही नहीं पूरे उत्तर भारत और मध्य भारत जब किसी प्रतियोगी परीक्षा की चर्चा होती है तो सबसे पहले कोटा का ही ध्यान आता है।
आतंकवाद पर..
जिन्होंने राष्ट्रहित को ताक पर रखकर अपने राजनीतिक स्वार्थ को साधे के लिए आतंकवाद से समझौता किया उन्हें माफ नहीं किया जा सकता। इनके नेता आतंकियों की पैरवी करते हैं।
मोदी का गुणगान
मोदी सरकार समाज के तबके के विकास के लिए प्रतिबद्ध हैं। चाहे गरीब की दवाई हो, नौजवानों को रोजगार हो, माताओं को गैस का चूल्हा मिले । इस दिशा में भाजपा की सरकारें काम कर रही है।
वसुंधरा की तारीफ
योगी ने मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे की भी जमकर तारीफ की। उन्होंने कहा कि राजस्थान में वसुंधरा राजे ने गरीबों के लिए भामाशाह योजना चलाई, इसकी वजह से गरीबों को 3 लाख तक स्वास्थय बीमा मिल पाया है।
राम राज्य पर..
जब हमारी सरकारें गरीबों के लिए योजना बनाती है। उनके स्वास्थय की चिंता करती है, उन्हें आवास मुहैया कराती थी तब हमारे ये कार्य राम राज्य की अवधारणा को मजबूत करने की दिशा में ही होते है।
राजीव भी आए याद..
योगी ने पूर्व पीएम राजीव गांधी के 1 रुपए भेजने पर जनता तक 10 पैसे पहुंचने वाले बयान पर भी तंज कसते हुए कहा कि यही मोदी और राजीव में अंतर है।