कोटा. जिले में रातभर हुई बारिश के बाद शहर के हालत बदहाल हो गए। जगह-जगह पानी भरा है और बाढ़ जैसे हालात हैं। सूरसागर बस्ती के घरों में करंट दौड़ गया। करंट लगने से एक युवक की दर्दनाक मौत हो गई। इससे क्षेत्रवासी आक्रोशित हो गए और डीसीएम रोड पर जाम लगाकर हंगामा कर दिया। महिलाएं धरने पर बैठ गई। निजी बिजली कंपनी केईडीएल के खिलाफ मामला दर्ज करने की मांग पर अड़ी रही।
मौके पर एडीएम सिटी आर.डी. मीना और विधायक कल्पना देवी और पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंचे और हंगाम शांत करवाने का प्रयास किया लेकिन लोग कईडीएल ( KEDL ) के खिलाफ मामला दर्ज करवाने की मांग पर अड़े रहे। हालात नियंत्रण से बाहर होते देख पुलिस ने हल्का बल प्रयोग किया तो लोग भड़क उठे और आमने-सामने की स्थिति बन गई। बाद में केईडीएल द्वारा मृतक के परिजनों को 7 लाख का मुआवजा देने के आश्वासन पर मामला शांत हुआ।
गाय को बचाने के प्रयास में गई जान
जानकारी के अनुसार सूरसागर निवासी लक्की घर के बाहर खड़ा था। सामने बिजली का खंभे पर करंट प्रभावित हो रहा था। जहां गाय करंट की चपेट में आ गई। लक्की उसे बचाने का प्रयास कर रहा था। तभी उसका एक हाथ खंभे से टच हो गया। इससे वह भी बिजली की चपेट में आ गया और गंभीर रूप से झुलस गया। परिजन व पड़ोसी उसे निजी अस्पताल लेकर पहुंचे। जहां चिकित्सकों ने आईसीयू में भर्ती कर इलाज शुरू किया। लेकिन, थोड़ी देर में ही उसकी मौत हो गई। इससे क्षेत्रवासी भड़क गए और निजी बिजली कम्पनी के खिलाफ नारेबाजी कर प्रदर्शन करने लगे।
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पुलिस बल प्रयोग से भड़के लोग
क्षेत्रवासियों ने अस्पताल से मृतक का शव लेकर डीसीएम रोड पहुंचकर जाम लगा दिया। केडीएल के खिलाफ जमकर नारेबाजी करने लगे। हंगामे की स्थिति होने पर उद्योग नगर थाने की पुलिस मौके पर पहुंची और भीड़ को सड़क से हटाने के लिए हल्का बल प्रयोग किया। इससे लोग भड़क उठे और आमने-सामने की स्थिति बन गई।
केईडीएल के अधिकारियों को बनाया बंधक
हंगामे के दौरान केईडीएल के लाइजेनिंग ऑफिसर मृत्युजन पांडे और लीगल हैड सुमित घोष मौके पर पहुंचे तो आक्रोशित लोगो ने उन्हें बंधक बना लिया। सूचना पर पूर्व विधायक भवानी सिंह राजावत भी मौके पर पहुंच गए। इसके बाद लाडपुरा विधायक कल्पना देवी और भाजपा युवा मोर्चा के प्रदेश उपाध्यक्ष लोकेंन्द्र सिंह राजावत, एडीशनल एसपी राजेश मील, आईपीएस अमृता दुहन सहित कई प्रशासनिक अधिकारी मौके पर पहुंचे और लोगों की समझाइश का प्रयास किया लेकिन लोग 25 लाख के मुआवजे की मांग पर अड़े रहे। 4 घंटे की जद्दोजहद के बाद केईडीएल अधिकारी द्वारा मृतक के परिवार को 7 लाख रुपए मुआवजा देने व 20 लाख रुपए की आर्थिक सहायता के लिए केईडीएल के हैड ऑफिस में फाइल भिजवाने के आश्वासन के बाद हंगामा शांत हुआ।
शव घर नहीं ले जा सके परिजन
भारी बारिश के चलते सूर सागर की सड़कों पर करीब 5 से 7 फीट पानी भरा होने से परिजन मृतक का शव घर नहीं ले जा सके। क्षेत्रवासियों ने डीसीएम रोड के पास ही टेंट लगाकर अंतिम संस्कार करने से पूर्व की रस्में सड़क पर ही पूरी की।
बुझ गया घर का चिराग
मृतक परिवार में इकलौता था। उसकी मौत से मां-बाप व बहनों का रो-रोकर बुरा हाल था। बेटे की मौत से मां बार-बार बेसुध हो रही थी और होश में आने पर विलाप करती। मां की चित्कार से वहां मौजूद लोगों का कलेजा कांप उठा। क्षेत्रवासियों की आंखों से भी आंसू टपक पड़े और परिजनों को ढाढंस बंधाने की हिम्मत भी नहीं जुटा पाए।
लोकसभा अध्यक्ष ने ली जानकारी, दिए निर्देश
कोटा. कोटा बूंदी के सांसद व लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने शनिवार रात को हुई मूसलाधार के बाद आवासीय कॉलोनियों व बस्तियों में भरे की जानकारी ली, साथ ही सूरसागर में कंरट से युवक की मौत पर दुख जताया और परिजनों से फोन पर बातकर ढाढ़स बंधवाया। उन्होंने कहा कि दु:ख की घड़ी में वह परिवार के साथ है। उन्होंने बिजली कम्पनी केईडीएल को मृतक के परिजनों को मुआवजा देने के सख्त निर्देश दिए। उन्होंने जिला कलक्टर से भी बात की और कहा कि शहर में पानी की निकासी के पुख्ता इंतजाम किए जाएं।