
Plot to make passport with fake marksheets
लखीमपुर खीरी. यूपी पुलिस कितना भी हाईटेक टेक्नोलॉजी और मित्र व्यवहार की बात कर रही हो, लेकिन कुछ पुलिसकर्मी लगातार पूरे विभाग पर दाग लगाने का काम कर रहे हैं। पास्पोर्ट की वेरिफिकेशन जैसे ही थानों में पहुंचती है, रिश्वत का खेल शुरु हो जाता है। इसी कड़ी में लखीमपुर खीरी के थाना निहासम स्थित गांव द्वारिका पुरवा निवासी एक युवक ने पास्पोर्ट बनवाने के लिए अप्लाई किया था। थाने में तैनात कंप्यूटर आपरेटर ने वेरीफिकेशन के नाम पर 1500 रुपये की रिश्वत मांगी। रिश्वत मांगे जाने के बाद युवक ने उस ऑडिओ को सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया। मामले को गंभीरता से लेते हुए सीओ सविरत्न गौतम ने आरोपी सिपाही को तलब करते हुए मामले की जांच शुरू कराई थी।
पोसपोर्ट बनावा है तो 1500 रुपये दो
गांव द्वारिका पुरवा निवासी मोहम्मद वसीम ने बताया कि उसने पासपोर्ट बनवाने के लिए अप्लाई किया था। करीब एक सप्ताह पहले थाने में वेरीफिकेशन के लिए कागज आ गए थे। थाने में कंप्यूटर आपरेटर के पद पर तैनात सिपाही संजीव कुमार ने कागज में मौजूद नंबर के माध्यम से वसीम को फोन किया। आरोप है कि उसने फोन पर आधार कार्ड, दो फोटो, पैनकार्ड के बाद खर्चा पानी के नाम पर 1500 सौ रुपये की मांग करते हुए थाने में आने को कहा। उसके बाद युवक ने सोशल मीडिया पर रिश्वत मांगने का ऑडिओ वायरल कर दिया। ऑडिओ वायरल होने से पुलिस विभाग में हडकंप मच गया।
इस तरह हुई बातचीत
पुलिस वाले ने खुद फोन कर पूछा, भाईया मोहम्मद वसीम बोल रहे हो। फिर बताया कि वह थाना निहासम ने दीवान बात कर रहा है। इसके बाद पूछा आपने पास्पोर्ट के लिए अप्लाई किया था, हां में जवाब मिला। इसके बाद बताया कि इन्क्वायरी आई है। इसके बाद दीवान ने पासपोर्ट वेरिफिकेशन के लिए जरुरी कागजात लेकर थाने आने के लिए कहा। साथ ही 1500 रुपये बतौर खर्च पानी ले आना के लिए दीवान ने बताया।
दीवान हुआ सस्पेंड
गुरुवार को एसपी डॉ. एस चनप्पा लखीमपुर ने बताया कि जांच में आरोपी सिपाही को दोषी पाया गया। फिलहाल उसे सस्पेंड कर दिया गया है।
Published on:
25 Jan 2018 12:40 pm
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